गिरफ्तारी के डर से मुंबई भागा आरोपित, एटीआरओ समेत चार को नोटिस Gorakhpur News
एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता का कहना है कि ओवरलोड ट्रकों से वसूली करने वाले गैंग से जुड़े कई लोगों की तलाश चल रही है। जांच में जिनके खिलाफ साक्ष्य मिला है उनके ऊपर कार्रवाई होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। ओवरलोड ट्रकों से वसूली के मामले में कई नए तथ्य सामने आए हैं। दूसरी तरफ एसएसपी के निर्देश के बाद एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम) ने इस प्रकरण से जुड़े आरोपितों की तलाश तेज कर दी है। जांच के दौरान टीम को पता चला कि गिरफ्तारी की डर से एक आरोपित मुंबई भाग गया है।
बाहर से आने वाली टीम की करते थे मुखबिरी
एसआइटी की जांच में यह बात सामने आई है कि लखनऊ व वाराणसी हाईवे के कई ढाबा संचालक गैंग से जुड़े थे। यह लोग क्रास चेकिंग में बाहर से आने वाली टीम की मुखबिरी करते थे। मधुबन होटल व सिब्बू ढाबा के मालिक पर कार्रवाई होने के बाद कई लोग भूमिगत हो गए। एक सप्ताह तक ढाबा भी बंद रहा। पुख्ता साक्ष्य मिलने के बाद एसआइटी ओवरलोड ट्रकों से वसूली करने वाले गैंग से जुड़े एक एआरटीओ व दो सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है। सर्विलांस सेल इन लोगों की निगरानी कर रही है। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता का कहना है कि ओवरलोड ट्रकों से वसूली करने वाले गैंग से जुड़े कई लोगों की तलाश चल रही है। जांच में जिनके खिलाफ साक्ष्य मिला है उनके ऊपर कार्रवाई होगी।
आजमगढ़, मऊ के एआरटीओ समेत चार को नोटिस
ओवरलोड ट्रकों से वसूली के मामले में एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम) ने आजमगढ़ व मऊ के एआरटीओ (सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी) समेत चार को नोटिस जारी किया है। सभी को तीन दिन के अंदर सीओ कैंट कार्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज कराना है। नोटिस रिसीव कराने के लिए एक सिपाही को मऊ और आजमगढ़ के लिए रवाना कर दिया गया है।
जनवरी में हुआ था वसूली गैंग का पर्दाफाश
24 जनवरी को एसटीएफ ने मधुबन होटल के संचालक धर्मपाल सिंह समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर ओवरलोड ट्रकों से वसूली करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था। पकड़े गए आरोपितों और उनके सहयोगी आरटीओ विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ बेलीपार थाने में मुकदमा दर्ज है। जिसकी विवेचना एसआइटी कर रही है। 18 फरवरी को एसआइटी ने बस्ती, संतकबीरनगर के प्रभारी एआरटीओ, एक प्राइवेट चालक और देवरिया आरटीओ कार्यालय में तैनात सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब तक इस मामले में दस लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनमें तीन आरटीओ विभाग से जुड़े हैं। एसआइटी प्रभारी/सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि नोटिस लेकर गए सिपाही को बताया गया है कि अगर एआरटीओ व कर्मचारी न मिले तो उनके कार्यालय में रिसीव करा दे। इसकी जानकारी उनके अधिकारियों को भी दी जाए। तीन दिन के अंदर कार्यालय में उपस्थित होकर अगर वे बयान दर्ज नहीं कराएंगे तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।