गोरखपुर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं और एमएमएमयूटी छात्रों में मारपीट, दो घायल
एमएमएमयूटी परिसर में पाप स्टार को आमंत्रित करने को लेकर हंगामा हुआ। इसके विरोध में ज्ञापन देने गए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं व एमएमएमयूटी के छात्रों के बीच मारपीट हो गई। इस दौरान एक छात्र और एक कार्यकर्ता घायल हो गए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। इंडोनेशिया की पाप स्टार जुबैला को परिसर में बुलाने को लेकर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में जमकर बवाल हुआ। विरोध में ज्ञापन देने पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं और विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच पहले मौखिक विवाद और फिर मारपीट हुई, जिसमें विद्यार्थी परिषद के एक कार्यकर्ता और विश्वविद्यालय के एक छात्र का सिर फट गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच-बचाव के बाद दोनों पक्षों को शांत किया। हालांकि इस मामले में किसी पक्ष से मुकदमे की कार्यवाही नहीं की गई है।
ये है मामला: 14 मई से एमएमएमयूटी में तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव टेक-सृजन का आयोजन किया गया था। विद्यार्थियों ने पहले के सांस्कृतिक आयोजन में पाप स्टार जुबेला का आमंत्रित किया था। इसके विरोध में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कुलपति को ज्ञापन देने विश्वविद्यालय पहुंचे। उनका आरोप था कि कार्यक्रम में पोर्न स्टार को बुलाया गया था, जिसमें जमकर अश्लीलता हुई थी।
ज्ञापन देने के दौरान बातचीत के क्रम में विश्वविद्यालय के छात्र क्रिया-कलाप परिषद के अध्यक्ष प्रो. बीके पांडेय की कार्यकर्ताओं से नोकझोंक शुरू हो गई। उधर जानकारी मिलने के बाद विश्वविद्यालय के छात्र प्रशासनिक भवन के बाहर जुटने लगे। इस क्रम में कार्यकर्ताओं और छात्रों के बीच विवाद बढ़ने लगे। देखते ही देखते मारपीट होने लगी, जिसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सुयश पांडेय का सिर फट गया और विश्वविद्यालय के छात्र शुभम चौरसिया को भी गंभीर चोट आई। परिषद के अनुसार उनके कार्यकर्ता प्रशांत त्रिपाठी, प्रभात राय और सागर कसेरा को भी चोट आई है।
विवाद की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई, सीओ कैंट, सीओ कोतवाली सहित भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। लंबी कवायद के कवायद के बाद विवाद पर काबू पाया जा सका। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कैंट थाने में तहरीर दी गई है, लेकिन मुकदमा नहीं लिखा गया है। उधर सीओ कैंट श्यामदेव बिंद का कहना है कि किसी पक्ष से तहरीर नहीं मिली है।
विश्वविद्यालय ने रखा अपना पक्ष: कुलपति प्रो. जेपी पांडेय का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन को लेकर विद्यार्थी परिषद ने कोई औपचारिक सूचना नहीं दी थी। रही बात विश्वविद्यालय में पोर्न स्टार बुलाने और अश्लीलता फैलाने की तो, यह आरोप आधारहीन और भ्रामक है। पहली बात तो वह पोर्न नहीं बल्कि पाप स्टार थी। दूसरी बात विश्वविद्यालय के पास पूरे कार्यक्रम की वीडियो रिकार्डिंग मौजूद है, जिससे अश्लीलता का आरोप बेबुनियाद साबित होता है।
गठित की गई चार सदस्यीय कमेटी: कुलपति ने बताया यह निश्चित होने के बाद भी कि विद्यार्थी परिषद का आरोप गलत है, विश्वविद्यालय की ओर से आरोप की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। समिति को यह निर्देश दिया गया है कि जांच कर यह स्पष्ट करें कि उक्त कार्यक्रम के दौरान अभद्रता हुई थी या नहीं। कुलपति ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने उनके और शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार किया।