विश्वविद्यालय परिसर में भिड़े एबीवीपी और समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ता
एबीवीपी द्वारा गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में संगठन का झंडा-बैनर लगाकर कार्यक्रम करने पर विश्वविद्यालय में एबीवीपी और सछास के कार्यकर्ताओं में जमकर तकरार हुई।
गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और समाजवादी छात्रसभा (सछास) के कार्यकर्ताओं में जमकर तकरार हुई। इसकी वजह एबीवीपी द्वारा विवि परिसर में संगठन का झंडा-बैनर लगाकर कार्यक्रम करना था। सछास कार्यकर्ताओं का कहना था कि नियमानुसार बगैर अनुमति कोई छात्र संगठन विवि परिसर में कोई आयोजन नहीं कर सकता फिर एबीवीपी का कार्यक्रम क्यों हो रहा है। आपत्ति जताते हुए सछास कार्यकर्ताओं ने तत्काल कार्यक्रम बंद करने को कहा और इसकी जानकारी प्रॉक्टर को भी दी।
समाजवादी छात्रसभा कार्यकर्ताओं की आपत्ति पर एबीवीपी के कार्यकर्ता भी आक्रोशित हो उठे और फिर दोनों गुटों में जमकर नोकझोंक हुई। इस बीच प्रॉक्टर और कैंट पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। कुलपति ने प्रॉक्टर से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। वहीं सछास कार्यकर्ता अन्नू प्रसाद ने खुद के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर भी दी है।
ऐसे बढ़ा विवाद
एबीवीपी महानगर इकाई के गठन की प्रक्रिया विवि परिसर में चल रही थी। कार्यक्रम में गणित विभाग की प्रो. उमा श्रीवास्तव, भूगोल के प्रो. एनके राणा और शिक्षाशास्त्र की प्रो. सुषमा पांडेय भी मौजूद थीं। तीनों ही एबीवीपी संगठन में पदाधिकारी हैं। सछास कार्यकर्ताओं की ओर से अन्नू प्रसाद और शिवशंकर गौड़ ने शिक्षकों से बगैर विवि प्रशासन की अनुमति से हो रहे इस कार्यक्रम के औचित्य पर सवाल किया। कार्यक्रम बाधित हुआ तो अभाविप कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला देखते ही देखते विवाद में बदल गया। मौके पर पहुंचे प्रॉक्टर प्रो. गोपाल प्रसाद और पुलिस बल की सतर्कता काम आई। हालांकि विवाद के बीच किसी अराजक तत्व ने सपा का झंडा फाड़कर माहौल को और बिगाडऩे की कोशिश की।
कुलपति को दी गई घटना की रिपोर्ट
विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो. गोपाल प्रसाद ने कहा कि बगैर अनुमति परिसर में हर तरह के आयोजन पर प्रतिबंध है। मैने इस घटना की रिपोर्ट कुलपति को दी है। आगे उनके निर्देशानुसार कारवाई की जाएगी।
कुछ लोग माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं :एबीवीपी
एबीवीपी की प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा कि कुछ लोग परिसर के माहौल को बिगाडऩा चाहते हैं। मंगलवार को ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं हो रहा था, जिसके लिए अनुमति लेने की आवश्यकता हो। एबीवीपी के महानगर अध्यक्ष प्रो. एनके राणा ने कहा कि हम शांति के साथ अपनी महानगर इकाई का गठन कर रहे थे। अचानक से कुछ लोग आए और विवाद करने लगे। हमने फिर भी पूरी शालीनता बरती। शोध छात्रा अन्नू प्रसाद ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी एक छात्र संगठन का झंडा लगाना उचित नहीं, क्योंकि इस कार्यक्रम की अनुमति नही ली गई थी। कार्यक्रम में परिसर के बाहर के छात्र भी शामिल थे।
चार छात्रों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई
एबीवीपी और सछास कार्यकर्ताओं में हुए विवाद को गंभीर बताते हुए प्रॉक्टर ने चार छात्रों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर दी। साथ ही अगले आदेश तक विवि परिसर में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध भी लगा दिया। जिन छात्रों के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है, उनमें शोध छात्रा अन्नू प्रसाद व विधि छात्र शिवशंकर गौड (सछास), अनुप भारती और सौरभ गौड़ (एबीवीपी) हैं।