कूड़े के ढेर को लेकर महेसरा में हंगामा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : महेसरा में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के प्लाट पर कूड़े से उठने वा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : महेसरा में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के प्लाट पर कूड़े से उठने वाली बदबू सैकड़ों परिवारों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। इसके खिलाफ विरोध की आवाज भी तेज हो रही है। बुधवार को इस मुद्दे पर मामला फिर गर्म हो गया। महिलाओं ने निगम की गाड़ियों को वहां कूड़ा गिराने से मना कर दिया। मामला बढ़ा तो पिपराइच के विधायक के अलावा नगर निगम के आला अधिकारी और कई थानों की फोर्स भी पहुंच गई। करीब चार माह पहले भी धुएं और गंदगी के विरोध में स्थानीय लोगों ने न सिर्फ निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया था बल्कि कूड़ा लदी गाडि़यों को वापस लौटा दिया था।
महेसरा के आसपास मोहरीपुर, जंगल बहादुर अली, जंगल नंदलाल सिंह, हमीनपुर, रामपुर गाव है जहा तकरीबन 75 हजार की आबादी रहती है। तकरीबन दस वर्ष से महेसरा में बनने वाला सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लाट का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। प्रतिदिन औसतन 605 टन कूड़ा महेसरा में गिराया जाता है। बारिश के कारण कूड़ा सड़ रहा है। इसको लेकर बुधवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। विरोध में बड़ी संख्या में महिलाएं भी घर से निकल आई और निगम की गाड़ियों को कूड़ा गिराने से मना करने लगी। देखते ही देखने निगम की गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। गाड़ी चालकों ने सूचना निगम के अधिकारियों को दी। इसके बाद नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश सिंह, अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा व मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की। हंगामे की सूचना पर पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह व महिला थाने की पुलिस महेसरा पहुंची। स्थानीय लोगों ने निगम प्रशासन से लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि गंदगी व बदबू की शिकायत करने पर नगर आयुक्त कहते हैं कि आप लोगों के लिए पूरे शहर को बीमार नहीं कर सकते। विधायक के हस्तक्षेप के बाद लोगों को गुस्सा थमा। नगर आयुक्त ने वहां व्यवस्था ठीक करने को 15 दिनों का समय मांगा। साथ ही नगर निगम वहां हेल्थ कैंप के अलावा दवा का छिड़काव भी कराएगा।