टेराकोटा के विकास के लिए नया कदम, अब एक ही स्थान पर सभी कार्य Gorakhpur News
संयुक्त आयुक्त आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि टेराकोटा के लिए क्लस्टर स्थापित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से हरी झंडी मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। टेराकोटा उत्पादों को बनाने से लेकर उसे बेचने तक का काम अब और आसान हो जाएगा। इसके लिए अलग-अलग कलस्टर बनाए जाएंगे, जहां शिल्पियों को एक जगह पर हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी। जिला उद्योग केंद्र ने कलस्टर बनाने के संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है।
इन गांवों के लिए बनेगा कलस्टर
एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) में चयनित टेराकोटा के विकास के लिए शासन-प्रशासन प्रयत्नशील है। भटहट के औरंगाबाद, भरवलिया, लंगड़ी गुलरिहा व एकला नंबर दो आदि गांवों में टेराकोटा शिल्पियों की सहूलियत के लिए बड़ा क्लस्टर बनाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन गांवों के लोगों ने एक की बजाय अलग-अलग जगह कलस्टर बनाने का सुझाव दिया। इस पर जिला उद्योग केंद्र ने चार क्लस्टर बनाने की योजना तैयार की। मंजूरी मिलने के बाद इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। कलस्टर में उत्पाद व उसकी मार्केटिंग से जुड़ी सभी सुविधाएं मौजूद होंगी।
ऐसे होगा काम
दो से तीन दर्जन टेराकोटा शिल्पी आपस में मिलकर एक समिति बनाएंगे। कलस्टर का संचालन यही समिति करेगी। एक जगह पर इलेक्ट्रिक चाक, भट्ठी जैसी सभी सुविधाएं होंगी, जहां शिल्पी आकर अपना उत्पाद बना सकेंगे।
ये मिलेंगी सुविधाएं
इससे मिट्टी गूंथने की होगी मशीन। इलेक्ट्रिक चाक का कर सकेंगे इस्तेमाल। इलेक्ट्रिक भट्ठी में पका सकेंगे उत्पाद। बेहतर पैकेजिंग की भी होगी व्यवस्था। तकनीक, विचारों का कर सकेंगे आदान-प्रदान। व्यापारियों को एक ही जगह मिल जाएंगे सभी उत्पाद। उत्पादों के रखने की होगी बेहतर व्यवस्था।
शासन को भेजा गया प्रस्ताव
इस संबंध में उद्योग विभाग के संयुक्त आयुक्त आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि टेराकोटा के लिए क्लस्टर स्थापित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से हरी झंडी मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।