अब छोटे स्टेशनों पर भी होगा 'फील गुड'- यह करने जा रहा रेलवे
रेलवे प्रशासन ने लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के 60 और प्लेटफार्मों को हाई लेबल बनाने (ऊंचाई बढ़ाने) और 45 की लंबाई बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के छोटे स्टेशनों पर भी अब ट्रेनों में चढऩा आसान होगा। पीने के पानी और प्रसाधन केंद्र आदि यात्री सुविधाओं के साथ अभियान चलाकर प्लेटफार्मों को समृद्ध किया जा रहा है। पिछले चार वर्ष में 37 नए प्लेटफार्म बनाए गए। 90 का उच्चीकरण हुआ, 45 को विस्तार मिला तथा 75 के फर्श को बेहतर बनाया गया। अब रेलवे प्रशासन ने लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के 60 और प्लेटफार्मों को हाई लेबल बनाने (ऊंचाई बढ़ाने) और 45 की लंबाई बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार प्लेटफार्मों के व्यवस्थित होने से यात्रियों को सहूलियत मिल रही है। महिला, बुजुर्ग और बच्चों को ट्रेनों में चढऩे में आसानी हो रही है। प्लेटफार्म ही नहीं स्टेशन परिसर का भी कायाकल्प जारी है। 15 स्टेशनों को सुंदर बनाया जा चुका है। 13 पर कार्य चल रहा है।
सीपीआरओ के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे में यात्री सुविधाओं में तेजी के साथ कार्य हो रहा है। चार नए हाल्ट स्टेशन खोले गए हैं। विभिन्न स्टेशनों पर 40 नए फुट ओवरब्रिज (एफओबी) का निर्माण हुआ है। 32 स्टेशनों पर नए शौचालय और 75 स्टेशनों पर पाइप के जरिये पानी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। गोरखपुर, बरेली सिटी व इज्जतनगर स्टेशन पर द्वितीय प्रवेश द्वार लोगों को राहत प्रदान कर रहे हैं। मंडुआडीह, बादशाहनगर, डालीगंज, ऐशबाग और लखनऊ सिटी पर उत्तरी द्वार का कार्य चल रहा है। गोरखपुर जंक्शन पर एकीकृत सुरक्षा प्रणाली लागू हो गई है। प्लेटफार्म एक से लगायत नौ नंबर तक यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।