सीसी कैमरे की निगरानी में सीबीएसई टर्म एक की 5473 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा
देवरिया में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की टर्म एक की 30 नवंबर को हाईस्कूल सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा में 5473 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते कुछ केंद्रों पर आधे घंटे विलंब से परीक्षा शुरू हुई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की टर्म एक की 30 नवंबर को हाईस्कूल सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा में 5473 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते कुछ केंद्रों पर आधे घंटे विलंब से परीक्षा शुरू हुई। जिसके चलते परीक्षार्थी परेशान रहे। इस दौरान केंद्रो की निगरानी सीसी कैमरे से भी की जा रही थी।
सीबीएसई बोर्ड ने अपने पैटर्न में किया बदलाव
सीबीएसई बोर्ड ने अपने पैटर्न में बदलाव किया है। डेढ़ घंटे की परीक्षा में बहु वैकल्पिक प्रश्न पूछे गए। विद्या मंदिर, सेंट्रल एकेडमी समेत कुछ अन्य केंद्रों पर नेटवर्क की गड़बड़ी के चलते परीक्षा कुछ देर विलंब से शुरू हुई। हालांकि परीक्षार्थियों को पूरा समय दिया गया। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
इन केंद्रों पर कराई गई परीक्षा
जिले के सरस्वती विद्या मंदिर, देवरिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सूर्या एकेडमी गोरखपुर रोड देवरिया,सेंट्रल एकेडमी, पीडी एकेडमी देवरिया, नवजीवन मिशन स्कूल देवरिया, सनबीम स्कूल देवरिया, डीएमटी पब्लिक स्कूल सोमनाथ मंदिर देवरिया, स्कालर्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल देवरिया, होली एंजल्स स्कूल देवरिया,एवाईटी सीनियर सेकेंड्री स्कूल, जीएम एकेडमी सलेमपुर, सेंट पाल पब्लिक स्कूल सलेमपुर, सेंट जेवियर्स स्कूल सलेमपुर, कैम्ब्रिज स्कूल मईल, एमबी विद्या पीठ उसरा बाजार देवरिया, सेंट जोसेफ स्कूल भाटपाररानी, केंद्रीय विद्यालय चेरो सलेमपुर में परीक्षा कराई गई।
परीक्षा के तत्काल बाद हो रही कापी की जांच
यह परीक्षा ओएमआर सीट पर कराई जा रही है। परीक्षा होने के तत्काल बाद कापियों की उस केंद्र पर ही जांच शुरू हो जा रही है। इसके बाद उसे साइट पर अपलोड कर दिया जा रहा है। उत्तर पुस्तिकाएं क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज भेज दी गईं।
कुछ केंद्रों पर विलंब से शुरू हुई परीक्षा
सीबीएसई बोर्ड के जिला समन्वयक वीके शुक्ल ने बताया कि कुछ केंद्रों पर नेटवर्क में दिक्कत आने के चलते पेपर समय से नहीं निकल पाया, जिसके चलते परीक्षा विलंब से शुरू हुई। जितना देर विलंब हुआ, उतना समय आगे दे दिया गया।