लॉकडाउन 4 में 50 फीसद रेलकर्मी संभालेंगे दफ्तर, शेष वर्क फ्राम होम Gorakhpur News
लॉकडाउन 4 में रेलवे 50 फीसद कर्मचारियों को ही कार्यालीय आने की अनुमति देगा। शेष रेलकर्मी शेष वर्क फ्राम होम होंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन- 4 में दफ्तरों की कार्य प्रणाली को लेकर रेलवे बोर्ड ने नया दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। कार्यालयों में कर्मचारी पहले की तरह चरणवार ही बुलाए जाएंगे। लेकिन, अब 33 नहीं बल्कि 50 फीसद कर्मचारी दफ्तर संभालेंगे, शेष वर्क फ्राम होम सिस्टम (घर पर रहकर दफ्तर का कार्य करना) के तहत घर से ही जरूरी कार्य संपादित करेंगे। दफ्तर पहुंचने वाले कर्मियों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीन से नहीं लगेंगी। इस ऑनलाइन व्यवस्था को अगले आदेश तक पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
रेलवे बोर्ड का नया दिशा-निर्देश
दफ्तर पहुंचने वाले सभी कर्मियों की होगी थर्मल स्कैनिंग, फेस मास्क अनिवार्य।
रोजाना सैनिटाइज होंगे समस्त कार्यालय।
बहुत जरूरी होने पर ही दफ्तर में किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश।
जरूरी होने पर ही होंगी बैठकें, वीडियों कांफ्रेंसिंग पर रहेगा जोर।
अनावश्यक विभागीय यात्रा पर रहेगी रोक, ई आफिस कल्चर पर बल।
बंद रहेंगे विभागों में मौजूद शिशु पालन घर और लॉबी।
वरिष्ठ और गर्भवती कर्मचारियों का रखा जाएगा विशेष ध्यान।
सुबह 9.00 से 5.50 व 9.30 से 6.00 तथा 10 से 6.30 बजे तक तीन शिफ्टों में निर्धारित होगी ड्यूटी।
14 श्रमिक ट्रेनों से गोरखपुर उतरे 12210 प्रवासी
दूसरे राज्यों में फंसे 12210 प्रवासियों को लेकर मंगलवार को 14 श्रमिक ट्रेनें गोरखपुर पहुंची। प्लेटफार्म नंबर एक, दो और नौ पर उतरे प्रवासियों की थर्मल स्कैनिंग के बाद उन्हें रोडवेज की बसों से सुरक्षित गंतव्य तक भेज दिया गया। बुधवार को भी 11 श्रमिक ट्रेनें गोरखपुर पहुंचेंगी। जिसमें सिर्फ सूरत से ही तीन ट्रेनें आएंगी। इसके अलावा गाजियाबाद, गुरुदासपुर, थाणे, बांद्रा टर्मिनस, अहमदाबाद, झांसी, लुधियाना और अनंतपुर से एक-एक ट्रेनें गोरखपुर पहुंचेंगी। अभी तक 110 स्पेशल ट्रेनों से एक लाख 23210 प्रवासी गोरखपुर पहुंच चुके हैं।
गोरखपुर पहुंच रहे बिहार के प्रवासी, बार्डर तक छोड़ रहीं बसें
गुजरात, पुणे और पंजाब में बड़ी संख्या में रहने वाले बिहार के प्रवासी गोरखपुर भी पहुंच रहे हैं। हालांकि, उन्हें भी उत्तर प्रदेश के प्रवासियों की तरह ही गोरखपुर में सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। रोडवेज की बसें उन्हें लेकर बिहार बार्डर तक छोड़ रही हैं। प्रवासियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने रोडवेज और अनुबंधित के अलावा लगभग 300 निजी बसें भी अधिग्रहीत कर ली है।
बिहार जा रही महिला प्रवासी को स्टेशन पर प्रसव पीड़ा
गोरखपुर के रास्ते श्रमिक ट्रेन से बिहार जा रही महिला प्रवासी को प्रसव पीड़ा होने लगी। कंट्रोल रूम के माध्यम से जानकारी होने पर स्टेशन प्रबंधन ने शाम 5.30 बजे के आसपास प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंची ट्रेन से पीड़ा से कराह रही महिला को उतार लिया। प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस की व्यवस्था कर इलाज के लिए महिला को पति के साथ मेडिकल कालेज भेज दिया गया। यात्री मित्र कार्यालय के अनुसार पश्चिमी चंपारण की पिपरा निवासी रुक्मिना देवी पति बृजकिशोर के साथ अपने घर जा रही थीं। बस्ती में ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
शिक्षक बोले, घर नहीं जाएंगे- होटल बुक करा दो साहब
प्रवासियों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए रेलवे स्टेशन पर तैनात प्राथमिक शिक्षक संक्रमण फैलने की आशंका से डर गए हैं। उनका कहना है कि वे घर नहीं जाना चाहते। घर पहुंचने पर परिजन व बच्चे डर रहे हैं। विभाग या जिला प्रशासन उनके लिए होटल की व्यवस्था करा दे। संतोष तिवारी, ओंकारनाथ सिंह, मुकेश कुमार और मनोज आदि ने बताया कि कुल 143 शिक्षकों की ड्यूटी लगी है। कोई अपने घर नहीं जाना चाहता। शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन से घर की जगह होटल की व्यवस्था कराने तथा कोरोना वारियर्स का सम्मान प्रदान करने की मांग की है।
डेमू और मेमू ट्रेनों से घर तक पहुंचाए जाएंगे प्रवासी
दूसरे राज्यों से पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंच रहे प्रवासियों को बसें कम पडऩे पर डेमू और मेमू ट्रेनों से उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। मंगलवार को मुंबई से वाराणसी उतरे प्रवासियों के लिए एक डेमू ट्रेन चलाई गई। ट्रेन मऊ, भटनी और देवरिया के रास्ते रात 9.00 बजे के आसपास कुसम्ही स्टेशन पर पहुंची। सरदारनगर में ट्रेन आधे घंटे विलंब हो गई। नाराज प्रवासियों ने हंगामा भी किया। कुसम्ही तक प्रवासियों को छोड़कर ट्रेन वाराणसी के लिए रवाना हो गई। बसें कम पडऩे पर गोरखपुर से भी डेमू ट्रेनें चलाई जा सकती हैं।
एक जून से देश भर में चलेंगी 200 अतिरिक्त ट्रेनें
भारतीय रेलवे स्तर पर देशभर में श्रमिक ट्रेनों के अलावा एक जून से रोजाना 200 अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी। टिकटों की बुकिंग सिर्फ आनलाइन होगी। रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश दत्त बाजपेयी के अनुसार अतिरिक्त ट्रेनें समय सारिणी से चलेंगी। जिसमें सिर्फ द्वितीय श्रेणी की बोगियां लगाई जाएंगी। जल्द ही ट्रेनों की घोषणा कर दी जाएगी। बता दें कि नियमित चलने वाली ट्रेने 30 जून तक निरस्त कर दी गई हैं।