4148 किशोरों को लगाया गया कोरोनारोधी टीका
स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को 414
सिद्धार्थनगर : स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को 4148 किशोरों का टीकाकरण किया। 62315 किशोरों को वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है।जनपद में कुल 3041423 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इटवा क्षेत्र में 16 गांवों में शिविर का आयोजन किया गया। 764 किशोरों को कोरोनारोधी टीका लगा। कई बूथों पर किशोरों की लंबी लाइन लगी रही।
अब स्वास्थ्य विभाग की टीमें 15 से 17 वर्ष तक के किशोरों को टीका लगाने गांवों में पहुंच रही हैं। जहां पर बड़ी संख्या में किशोर आकर टीका लगवा रहे हैं। इटवा क्षेत्र के सेहरी में 40, त्रिलोकपुर 20, सौरहवा ग्रांट 50, हरिजोत 50, मूसा 50, गौरा 100, रसूलपुर 40, सोननगर 40, सरपोका 30, आनंद नगर 60, बैरिहवा 10, परसा 10, देवियापुर 20, तेनुआ 20 व अन्य केंद्रों पर 224 किशोरों को को-वैक्सीन लगाई गई।
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पहले किया जागरूक, फिर टीकाकरण
सोमवार को ग्राम पिपरी बुजुर्ग में मेगा कैंप लगाया गया। ग्रामीणों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया। इसके बाद मदरसा में जाकर लोगों को इसकी जानकारी दी गई। टीकाकरण के महत्व के बारे में बताते हुए कहा गया कि इससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। यहां 72 को वैक्सीन की पहली खुराक तो 80 को दूसरी डोज लगाया गया। ग्राम प्रधान अबू साद, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक शशिवेंद्र सिंह, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी धनंजय त्रिपाठी, सीएचसी अधीक्षक डा. बीके वैद्य, यूनिसेफ की ब्लाक समन्वयक रिजवाना अंसारी, एएनएम वसुंधरा चौधरी आदि उपस्थित रहे। आशा कार्यकर्ताओं ने की एनएचएम प्रभारी को हटाने की मांग सिद्धार्थनगर : आशा संगिनी स्वास्थ्य कार्यकर्ता वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिलाधिकारी दीपक मीणा से मुलाकात की। एनएचएम प्रभारी व विभागीय लिपिक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इन्हें तत्काल कार्यमुक्त करने की मांग की। 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष सुशीला जायसवाल ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से आने वाले बजट का बंदरबांट हो रहा है। जिसके कारण आशा कार्यकर्ता व संगिनी को विभिन्न कार्यक्रम का धन नहीं मिल पा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को शासन की ओर से मिलने वाला एक हजार रुपये प्रतिमाह की धनराशि का भुगतान वर्ष 2018 से नहीं किया गया है। क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम में भी पांच वर्ष से प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया। कोरोना ड्यूटी के दौरान मिलने वाला बजट का भुगतान नहीं किया गया है। मास्क व सैनिटाइजर भी नहीं दिया गया है। इसके अलावा कई अन्य ऐसी योजनाएं हैं, जिसका धन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। इंद्रावती चौधरी, संतोषी शर्मा, पिकी वर्मा, सुनीता, चंद्रावती, राजमती, किरन, मैनावती, माया, शांती देवी आदि मौजूद रहे।