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Gorakhpur University: प्रत्येक प्रश्न पत्र में 40 फीसद अंक पाना होगा अनिवार्य, तभी छात्र होंगे प्रोन्‍नत

सेमेस्टर की परीक्षाओं में यह तय किया गया कि विद्यार्थी को प्रत्येक सेमेस्टर को उत्तीर्ण करने के लिए प्रत्येक सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रश्न पत्र में न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। तभी उस पाठ्यक्रम में छात्र को उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 05:34 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 05:34 PM (IST)
Gorakhpur University: प्रत्येक प्रश्न पत्र में 40 फीसद अंक पाना होगा अनिवार्य, तभी छात्र होंगे प्रोन्‍नत
दीन दयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में तय हुआ कि गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में एमबीए एवं परास्नातक कक्षाओं के प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर में कुल अंक (पूर्णांक) का 40 फीसद पाने वाले छात्रों को तृतीय सेमेस्टर में प्रोन्नत दे दिया जाएगा। प्रोन्नत होने वाले छात्रों को बैकपेपर देकर कम अंक पाने वाले विषय में कम से कम 40 फीसद अंक पाना होगा। इसके अलावा सैद्धांतिक प्रश्न पत्र एवं प्रायोगिक परीक्षा में न्यूनतम 40-40 फीसद अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।

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कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। प्रोन्नत करने का निर्णय पहले भी लिया गया था लेकिन अब उसमें संशोधन किया गया है। सेमेस्टर की परीक्षाओं में यह भी तय किया गया कि विद्यार्थी को प्रत्येक सेमेस्टर को उत्तीर्ण करने के लिए प्रत्येक सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रश्न पत्र में न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। तभी उस पाठ्यक्रम में छात्र को उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा। बैठक में प्रो. विनोद सिंह, प्रो. रविशंकर सिंह, प्रो. नंदिता सिंह, प्रो. एनपी भोक्ता, प्रो. एके तिवारी, प्रो. विनय सिंह, कुलसचिव डॉ. ओम प्रकाश, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरेन्द्र कुमार सिंह, मीडिया एवं जनसंपर्क अधिकारी महेन्द्र कुमार सिंह मौजूद रहे।

सीबीसीएस प्रणाली में संशोधन के लिए बनेगी कमेटी

विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर स्तर पर 'वायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) पाठ्यक्रम की परीक्षा (प्रक्रिया एवं परिणाम) नियमावली-2019 में किए गए संशोधनों को परीक्षा समिति के सदस्यों ने स्वीकार किया। कुलपति ने कहा कि छात्रहित में सीबीसीएस सिस्टम को पुनरीक्षित करने की आवश्यकता है। इसमें ऐसी व्यवस्था हो कि छात्र को ज्यादा 'वाइस मिल सके। उन्होंने इस पर विचार करने के लिए एक समिति गठित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस विषय पर देश भर के विशेषज्ञों की एक कार्यशाला आयोजित की जाए।

साइंस म्यूजियम में स्थापित होगा पूर्वांचल विकास बोर्ड का कार्यालय

दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के साइंस म्यूजियम में पूर्वांचल विकास बोर्ड का कार्यालय स्थापित होगा। बुधवार को कुलपति ने साइंस म्यूजियम भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस भवन के भूतल में कार्यालय स्थापित किया जाएगा। इसके लिए औपचारिक रूप से जल्द ही भवन को हस्तांतरित किया जाएगा। निरीक्षण में पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेन्द्र ङ्क्षसह भी उनके साथ थे। मीडिया प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि कुलपति ने कार्यभार संभालने के बाद इसकी घोषणा की थी। मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार डॉ. केवी राजू के 10 से 12 सितंबर तक दौरे के दौरान इस पर सहमति बनी थी। 

शोध में प्रवेश 30 तक

गोविवि मनोविज्ञान विभाग में शोध छात्रों का प्रवेश शुरू हो गया है। परीक्षा सत्र 2018-19 में उत्तीर्ण छात्र जो परीक्षा सूची में थे और प्रवेश के लिए इच्‍छुक हैं,वे 30 सितंबर तक अपना आवेदन पत्र विभाग में प्रस्तुत कर दें। यह जानकारी विभागाध्यक्ष प्रो. सुषमा पाण्डेय ने दी।


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