Coronavirus से आबकारी विभाग को 34 करोड़ का घाटा, मई में कम हुई आय Gorakhpur News
विभाग को पिछले वर्ष के मई माह से भी 34 करोड़ कम का राजस्व मिला है। इसका मुख्य कारण कोरोना के चलते हुआ लाकडाउन है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना ने इस वर्ष मई माह में आबकारी विभाग को 34 करोड़ रुपये की चपत लगाई है। तमाम बंदिशों के साथ मंडल में शराब की दुकानें खुलीं। कुछ दिनों तक सिर्फ चार बजे तक खुलने की अनुमति रही तो उसके बाद सात बजे तक। जून में रात 10 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति मिल सकी। इसके चलते मई माह में शराब की बिक्री से आबकारी विभाग को 158 करोड़ रुपये की आय हुई है, जबकि गत वर्ष मई माह में विभाग को शराब की बिक्री से 192 करोड़ की आय हुई थी।
इन तीन माह में होती है सर्वाधिक बिक्री
आम तौर पर अप्रैल, मई व जून माह में शराब की बिक्री सर्वाधिक होती है। इस माह में गर्मी अधिक होती है। इसके अलावा लगन आदि का समय होता है। लोगों के पास फसल बिक्री का आदि का रुपया रहता है। ऐसे में शराब की बिक्री इन तीन माह में अन्य माह की अपेक्षा अधिक रहती है। इस वर्ष अभी तक आबकारी विभाग के राजस्व का लक्ष्य निर्धारित नहीं हुआ है। प्रतिवर्ष विभाग 10 प्रतिशत अधिक लक्ष्य मान कर चलता है। ऐसे में एक संभावना व्यक्त की जा रही थी कि मई माह में आबकारी विभाग को करीब 212 करोड़ की आय होगी। लेकिन विभाग को पिछले वर्ष के मई माह से भी 34 करोड़ कम का राजस्व मिला है।
जानिए शराब की बिक्री से किस जिले को कितनी आय(करोड़ रुपये में)
जिला आय
गोरखपुर 51
देवरिया 37
कुशीनगर 46
महराजगंज 24
बियर की बिक्री भी प्रभावित
आबकारी विभाग के उपायुक्त आरके सिन्हा का कहना है कि कोरोना संक्रमण का असर हर तरफ हुआ है। इसके चलते इस बार राजस्व कम मिला है। बियर की बिक्री बुरी तरह प्रभावित है। शहरों में देसी शराब न के बराबर बिक रही है। इस बार गत वर्ष से भी 34 करोड़ कम आय हुई है।