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कर्मचारियों की कमी के कारण देवरिया में जुगाड़ से चलाए जा रहे 26 वेंटिलेटर Gorakhpur News

देवरिया जिले में भले ही स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं लेकिन उन सुविधाओं को संचालित करने वाले विशेषज्ञों व कर्मियों की कमी से विभाग परेशान है। कोविड एल टू अस्पताल में लगाए गए 26 वेंटिलेटर चलाने के लिए महज 13 स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए गए हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 03:10 PM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 03:10 PM (IST)
कर्मचारियों की कमी के कारण देवरिया में जुगाड़ से चलाए जा रहे 26 वेंटिलेटर Gorakhpur News
कोविड एल टू अस्पताल में वेंटिलेटर के सहारे भर्ती मरीज। सौजन्य स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी।

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिले में भले ही स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, लेकिन उन सुविधाओं को संचालित करने वाले विशेषज्ञों व कर्मियों की कमी से विभाग परेशान है। कोविड एल टू अस्पताल में लगाए गए 26 वेंटिलेटर चलाने के लिए महज 13 स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए गए हैं। बाकी वेंटिलेटर जुगाड़ के भरोसे हैं।

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शासन से मिले वेंटिलेटर

जिले में कोरोना मरीजों की लगातार संख्या बढ़ने के बाद वेंटिलेटर शासन से मिले। इसे एमसीएच विंग कोविड एलटू अस्पताल में लगाया गया, लेकिन कर्मचारियों व एनेस्थेटिक की कमी से कार्य प्रभावित होने लगा। ऐसे में सीएमओ स्तर से एनेस्थेटिक व कर्मचारियों को तैनात कर वेंटिलेटर को चलवाया गया। शासन के निर्देश पर सीएमओ स्तर से पांच एनेस्थेटिक व आठ वेंटिलेटर आपरेटर की तैनाती कर दी गई। 13 वेंटिलेटर पर अभी एनेस्थेटिक व आपरेटर की तैनाती नहीं है, जिससे कोरोना के संक्रमण के दौर में अन्य वेंटिलेटरों को कैसे चलाया जाएगा, यह बताने वाला कोई नहीं है। अगर अचानक मरीज गंभीरावस्था में पहुंचे तो संसाधन के रहने के बाद भी इलाज में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

एक वेंटिलेटर पर चाहिए एक आपरेटर व एक एनेस्थेटिक

एक वेंटिलेटर पर एक एनेस्थेटिक व एक आपरेटर की आवश्यकता है। जिले में पहले से ही एनेस्थेटिक की कमी है। किसी तरह जुगाड़ के भरोसे कार्य चलाया जा रहा है। आखिर 26 वेंटिलेटर को आठ एनेस्थेटिक व आठ आपरेट कैसे चलाएंगे।

धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा मैनपावर

सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में धीरे-धीरे संसाधन भी बढ़े हैं। कोविड एल टू अस्पताल में 26 वेंटिलेटर हैं। पांच एनेस्थेटिक व आठ वेंटिलेटर आपरेटर मौजूद हैं। अन्य की डिमांड भेजी गई है। धीरे-धीरे मैन पावर भी बढ़ाया जा रहा है।

कोरोना से मरे व्यापारियों के स्वजन को 20 लाख मुआवजा दे सरकार

जिला उद्योग व्यापार मंडल के जिला कमेटी की बैठक सुर्ती हट्टा रोड स्थित कैंप कार्यालय पर हुई, जिसमें कोरोना कर्फ्यू के दौरान बिजली बिल, बैंक ब्याज व जीएसटी पर लेट फीस को सरकार से माफ करने मांग की गई। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के समय पंजीकृत जिन व्यापारियों की मौत कोरोना से हुई है, उनके स्वजन को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की सरकार से मांग व्यापारियों ने की।


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