Cyber Crime: हर महीने 12 प्रतिशत रिटर्न का झांसा, 18 लोगों से 27 लाख ठगे
गोरखपुर में 18 लोग 12% मासिक रिटर्न के लालच में 27 लाख रुपये की ठगी के शिकार हो गए। एजेंटों ने वेबसाइट के माध्यम से निवेश कराया लेकिन बाद में वेबसाइट बंद हो गई और एजेंट गायब हो गए। रिटर्न मांगने पर पीड़ितों को जान से मारने की धमकी दी गई। साइबर थाने में 22 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जिले के 18 लोग 12 प्रतिशत मासिक रिटर्न के लालच में आकर करीब 27 लाख रुपये गवां बैठे। पहले हाई-रिटर्न का झांसा दिया गया, फिर वेबसाइट के जरिए फर्जी लॉगिन आईडी और स्कीम दिखाकर निवेश कराया गया। जब रुपये लौटाने की बारी आई तो वेबसाइट बंद हो गई और एजेंटों ने फोन उठाने बंद कर दिए। बाद में जब रिटर्न मांगा गया तो जान से मारने की धमकी मिलने लगी। अब मामला साइबर थाने में दर्ज हुआ है और पुलिस 22 नामजद आरोपियों की तलाश में जुटी है।
पुराना गोरखपुर मोहल्ले के रहने वाले तनवीर आलम ने साइबर थाना में दी गई तहरीर में लिखा है कि उनकी मुलाकात सिकरीगंज निवासी बलिराम पांडेय से हुई थी, जिसने दिल्ली के नंदन मेहता से उसकी बातचीत कराई। बातचीत में नंदन ने खुद को दीपक मलिक नामक व्यक्ति का प्रतिनिधि बताया, जो हरियाणा का निवासी और कंपनी का ज्वाइंट डायरेक्टर बताया गया।
कंपनी को रजिस्टर्ड बताकर एजेंटों ने कहा कि यह निवेश योजना पूरी तरह वैध है और 12 प्रतिशत मासिक रिटर्न की गारंटी देती है। इसके लिए नकली रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, लकी ड्रा कूपन और स्कीम के दस्तावेज भी दिखाए गए। एजेंटों ने भरोसा दिलाया कि अगर किसी वजह से निवेश डूबता है, तो उसकी जिम्मेदारी वे खुद लेंगे।
तनवीर के मुताबिक, निवेश के लिए एक वेबसाइट पर लागिन आइडी बनवाई गई थी। शुरुआत में सब सामान्य लगा लेकिन कुछ समय बाद जब लोगों ने रिटर्न की मांग की, तो वेबसाइट काम करना बंद कर दी गई। पीड़ितों ने जब एजेंटों से संपर्क किया, तो उल्टे उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं।
इस पूरे प्रकरण में बलिराम पांडेय, आमिर खान, कमरे आलम, इमरान, फैजान समेत 22 लोग शामिल हैं। सभी ने मिलकर फर्जीवाड़ा किया और निवेशकों की रकम हड़प ली।

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