Coronavirus Lockdown Day 8 : कोरोना संक्रमित हसनैन के जनाजे में शामिल 16 लोग क्वारंटाइम में Gorakhpur News
हसनैन के जनाने में शामिल 16 लोगों को चिह्नित करते हुए उन्हें 14 दिन के लिए जिला अस्पताल में क्वारंटाइन कर दिया गया है। जिला अस्पताल प्रशासन अब अपने हिसाब से उन सभी का सैंपल लेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस से बस्ती जिले के हसनैन की हुई मौत के बाद उसके जनाजे में शामिल हुए 16 लोगों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में क्वारंटाइन कर दिया गया है। हसनैन की मौत कोरोना वायरस से होने की पुष्टि के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। हसनैन के संपर्क में आए लोगों की पुलिस कुंडली खंगाल रही है। बस्ती जिले के पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि बस्ती शहर के तुर्कहिया निवासी 25 वर्षीय हसनैन की मौत के बाद मेडिकल कालेज प्रशासन ने शव को परिजनों को सौंप दिया था। 30 मार्च को उसको सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। हसनैन के जनाने में शामिल 16 लोगों को चिह्नित करते हुए उन्हें 14 दिन के लिए जिला अस्पताल में क्वारंटाइन कर दिया गया है। जिला अस्पताल प्रशासन अब अपने हिसाब से उन सभी का सैंपल लेगा।
कहां से आया था हसनैन
जिला अस्पताल में भर्ती होते समय हसनैन के परिजन यह नहीं बताए थे कि हसनैन कहां से आया था। चिकित्सकों को यात्रा की हिस्ट्री भी नहीं बताया गया। परिजन सिर्फ इतना कहते रहे कि हसनैन लंबे समय से बीमारी से पीडि़त था। इन सभी पहलुओं के दृष्टिगत स्वास्थ्य महकमा, पुलिस और जिला प्रशासन किसी सटीक नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है। हसनैन कितने दिनों से कोरोना संक्रमित था या फिर कितने लोग उसके संपर्क में आए होंगे, इसका उत्तर नहीं मिल पा रहा है। पुलिस हसनैन से जुड़े लोगों के फोन नंबर तलाश कर रही है।
बस्ती शहर का तुर्कहिया मोहल्ला रेड जोन में शामिल
बस्ती शहर के तुर्कहिया मोहल्ले में कोरोना वायरस से युवक की मौत होने की पुष्टि के बाद पूरा शहर सहम गया है। लोगबाग अपने घरों से बाहर निकलने से परहेज करने लगे हैं। कोरोना पाजीटिव मरीज की मौत की चर्चा सभी मोहल्लों में आम रही। गांधीनगर क्षेत्र में तो कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया है। यहां के लोग अपने घरों में दुबके रहे। शहर के अन्य हिस्सों में भी सन्नाटा छाया रहा।
मृतक के परिजन भी संदिग्ध
जनपद में अभी तक कोरोना संक्रमित मरीज न मिलने का दंभ भरा जा रहा था, अचानक एक कोरोना पाजीटिव मरीज की मौत सामने आने पर स्वास्थ्य महकमा समेत समूचा प्रशासनिक अमला कटघरे में आ गया है। मौत के बाद संक्रमित युवक का विवरण खंगाला जा रहा है। आम लोगों की नजर में मृतक के परिजन भी संदिग्ध हो गए हैं। परिजनों पर बीमारी छिपाने का आरोप लगना शुरू हो गया है। यदि पहले से कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई होती तो हसनैन के संपर्क में आने से लोग बच जाते। जिला प्रशासन भी मौत के बाद तक परिजनों के हसनैन के लंबे समय से बीमार होने का तर्क मानता रहा। फिलहाल अब पूरे मामले की जांच में पुलिस और स्वास्थ्य टीम जुट गई है। आम नागरिकों में यह कयासबाजी तेज हो गई है कि न जाने कितने लोगों के संपर्क में हसनैन आया होगा। इस वजह से लोग और एहतियात बरतने लगे हैं।