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नगर आयुक्त के निरीक्षण में गायब मिले 32 सौ में से 16 सौ सफाईकर्मी Gorakhpur News

गोरखपुर शहर के वार्डों में 25-41 सफाईकर्मी की जगह मुश्किल से 12-25 सफाईकर्मी ही काम कर रहे हैं। इस कारण ज्यादातर जगहों से समय से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। नालियों की सफाई न होने से गंदा पानी सड़क पर बहता है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 09:05 AM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 09:17 AM (IST)
नगर आयुक्त के निरीक्षण में गायब मिले 32 सौ में से 16 सौ सफाईकर्मी Gorakhpur News
नगर आयुक्त के निरीक्षण में 40 फीसद सफाईकर्मी गायब मिले। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर शहर की सफाई के लिए रखे गए आधे सफाईकर्मी रोजाना गायब मिल रहे हैं। इनमें से कुछ की हाजिरी सुपरवाइजर मस्टर रोल पर चढ़ा दे रहे हैं तो ज्यादातर लंबे समय से गायब हैं। वार्डों में 25-41 सफाईकर्मी की जगह मुश्किल से 12-25 सफाईकर्मी ही काम कर रहे हैं। इस कारण ज्यादातर जगहों से समय से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। नालियों की सफाई न होने से गंदा पानी सड़क पर बहता है।

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नगर आयुक्त के निरीक्षण में रोजाना गायब मिल रहे 40-50 फीसद सफाईकर्मी

वार्डों में जनसंख्या घनत्व और क्षेत्रफल को देखते हुए सफाईकर्मियों की संख्या निर्धारित की जाती है। कम क्षेत्रफल और कम जनसंख्या घनत्व वाले वार्डों में 25 तो बड़े वार्डों में 41 सफाईकर्मियों की तैनाती गई है। इनके साथ स्थायी सफाईकर्मियों को भी लगाया गया है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने सफाईकर्मियों की उपस्थिति की जांच शुरू कराई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। हर वार्ड में 40-50 फीसद सफाईकर्मी रोजाना गायब मिल रहे हैं। सफाईकर्मियों की कमी के कारण वार्डों की नियमित सफाई नहीं हो पा रही है।

सुपरवाइजर को किया गया था निलंबित

21 मई को उर्वरक नगर में निरीक्षण करने पहुंचे तो जांच में 20 आउटसोर्सिंग सफाईकर्मियों में से सात गायब मिले। छह स्थायी सफाईकर्मियों में कोई मौके पर नहीं मिला। सुपरवाइजर ने गायब होने के बाद भी तीन सफाईकर्मियों की उपस्थिति मस्टर रोल पर दर्ज कर दी थी। नगर आयुक्त ने सुपरवाइजर विवेक कुमार को निलंबित कर दिया है।

वार्डों की संख्या - 70

निर्वाचित पार्षद - 69

मनोनीत पार्षद - 10

नियमित सफाईकर्मी - 590

आउटसोर्सिंग सफाईकर्मी - 2610

स्थायी कर्मचारियों ने रख लिए कर्मचारी

नगर निगम के कुछ स्थायी सफाईकर्मियों ने अपनी जगह कुछ रुपये देकर दूसरे कर्मचारियों को रख लिया है। यह कर्मचारी वार्डों में सफाई के लिए पहुंचते हैं। सुपरवाइजरों से सेटिंग के कारण बिना कटौती तनख्वाह भी मिल जाती है।

वार्डों में जांच में सफाईकर्मी गायब मिल रहे हैं। इसकी जांच कराई जा रही है। दो दिन पहले जांच में भी कई सफाईकर्मी नहीं मिले हैं। सभी को नोटिस दिया जा रहा है। सुपरवाइजरों से सफाईकर्मियों के न आने का कारण पूछा जाएगा। लंबे समय से गायब सफाईकर्मियों की जगह नए सफाईकर्मी रखे जाएंगे। शहर की सफाई ठीक से हो इसके लिए सफाईकर्मियों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उपस्थिति पर नजर रखने के लिए जल्द ही बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था शुरू की जाएगी। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।

वार्डों में सफाईकर्मियों की कमी के कारण दिक्कत होती है। नियमित सफाईकर्मियों के साथ ही आउसोर्सिंग वाले सफाईकर्मी भी गायब रहते हैं। सभी सफाईकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित होनी चाहिए। - ऋषि मोहन वर्मा, उपसभापति, नगर निगम।


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