गोरखपुर में बच्चों के नामांकन की सूचना देने में 16 ब्लाक फिसड्डी
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय से जारी सूची के अनुसार जिले के 20 ब्लाकों में से महज चार ब्लाक सरदारनगर पाली सहजनवां व बांसगांव ही पचास फीसद का आंकड़ा पार कर सके हैं। बाकी ने जैसे तैसे सूचना देकर कोरम पूरा कर लिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। परिषदीय स्कूलों के कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं के नामांकन की सूचना देने में जिले के 16 ब्लाक फिसड्डी साबित हुए हैं। शासन ने इन ब्लाकों के स्कूलों से छात्र-छात्राओं की प्रामाणिक सूचना मांगी थी। प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से सूचना 17 जुलाई तक उपलब्ध करानी थी, लेकिन निर्धारित तिथि समाप्त होने के बाद भी जिले के 16 ब्लाकों की शिथिलता सामने आई है।
महज चार ब्लाकों के स्कूलों से मिली सूचना
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय से जारी सूची के अनुसार जिले के 20 ब्लाकों में से महज चार ब्लाक सरदारनगर, पाली, सहजनवां व बांसगांव ही पचास फीसद का आंकड़ा पार कर सके हैं। जबकि चार ब्लाक बेलघाट, भटहट, गोला व खजनी छात्रों की संख्या देने में महज तीन से सात फीसद तक ही सिमट कर रह गए हैं। इस सत्र से मिड-डे-मिल के कन्वर्जन कास्ट व जूता-मोजा की धनराशि सीधे अभिभावकों के खाते में भेजी जानी है। ऐसे में स्कूलों द्वारा गलत नामांकन दिखाकर योजना के धन दुरुपयोग रोकने के दिशा में शासन ने ब'चों की प्रामाणिक संख्या मांगी है।
ऐसे उपलब्ध करानी थी सूचना
प्रेरणा पोर्टल के शिक्षक लागइन पर लाइव किए स्टूडेंट काउंट माड्यूल के जरिए देनी थी विद्यालयवार एवं कक्षावार छात्र संख्या। माड्यूल में विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा 31 मार्च 2021 को अध्ययनरत बालक-बालिकाओं की कक्षावार संख्या दर्ज कर इसका प्रामाणीकरण करना था। खंड शिक्षाधिकारियों को प्रधानाध्यापकों द्वारा दर्ज की गई सूचना का परीक्षण करना था।
सूचना न देना गंभीर बात
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि बच्चों के नामांकन की प्रामाणीकरण सूचना देने में शिथिलता गंभीर बात है। जिस ब्लाक से जल्द से जल्द शत-प्रतिशत सूचना उपलब्ध नहीं कराई जाती है उस ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।