अब किसकी आंचल की छांव में बीतेगा मासूमों का बचपन
कर्नलगंज (गोंडा): कोतवाली क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता के फांसी लगाने से पूरे गांव में मातम छा गया। वह
कर्नलगंज (गोंडा): कोतवाली क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता के फांसी लगाने से पूरे गांव में मातम छा गया। वहीं, पुलिस को घटना से क्षुब्ध ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। एक तरफ पुलिस शव को किसी तरह वहां से ले जाने का हर हथकंडा अपना रही थी, वहीं रोते-बिलखते परिवारजन पुलिस की कारगुजारी बयां कर रहे थे। पीड़ित पति रो-रोकर कह रहा था कि यदि पुलिस दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करके एक दिन के लिए उन्हें जेल भेज देती तो उसका घर नहीं उजड़ता। अब उसके बच्चों की परवरिश कौन करेगा? छोटे-छोटे बच्चे किसके आंचल की छांव में अपना बचपन बिताएंगे। दो पुत्रियां डेढ़ वर्षीय अबोध भाई को लिए आंगन में घूम रही थीं। उनके रुदन से हर कोई द्रवित हो उठा। ससुर, देवर, देवरानी रो-रोकर बेहाल दिखे।