महासमर:: नेताओं का वर्चुअल प्रचार पर जोर, प्रिंटिग प्रेस का कारोबार हुआ कमजोर
गोंडा प्रिटिग प्रेस के संचालक से लेकर होटल कारोबारी तक उदास प्रचार व सभा पर रोक से होटल व्यापारियों की भी उम्मीदों पर फिरा पानी।
रमन मिश्र, गोंडा : विधानसभा चुनाव में इस बार वर्चुअल प्रचार पर जोर के कारण प्रिंटिग कारोबार से लेकर होटल से जुड़े लोग प्रभावित हो रहे हैं। पहले जब चुनाव के वक्त प्रचार होता था तो होर्डिंग, बैनर व बिल्ला की प्रिटिग करने वाले व्यापारियों की बल्ले-बल्ले रहती थी। कोरोना संक्रमण के कारण चुनाव के दौरान वर्चुअल प्रचार ने इस कारोबार को सबसे अधिक प्रभावित किया है। प्रिटिग प्रेस की दुकानों पर सन्नाटा पसरा है। व्यापारियों का कहना है कि बेहतर कारोबार की उम्मीदें ही टूट गई है।
वैसे तो जिले की सातों विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होना है। चुनाव की आपाधापी के बीच पार्टियों ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना शुरू कर दिया है। इन सबके बीच बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार सख्ती ज्यादा है। इसे देखते हुए वर्चुअल प्रचार पर जोर दिया जा रहा है। भाजपा, सपा, बसपा व कांग्रेस सभी वर्चुअल प्रचार के लिए तैयार हो गए हैं। वाट्सएप ग्रुप हो या फिर फेसबुक, सभी की सक्रियता दिख रही है। इन सबके बीच प्रिंटिग प्रेस के कारोबारी सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। --------------
व्यापारियों का दर्द
- आरके प्रिटर्स के राज कुमार जायसवाल का कहना है कि चुनाव से काफी सारी उम्मीदें थी। बैनर, पोस्टर, होर्डिंग, बिल्ला, पंपलेट सहित अन्य प्रचार सामग्री तैयार की जाती थी। इससे बेहतर कारोबार की उम्मीद थी, लेकिन इस बार यह पूरा कारोबार चौपट हो गया है।
अकेले गोंडा नगर में ही व्यवसाय पर करीब तीन करोड़ रुपये के कारोबार पर असर पड़ने की उम्मीद है। अभिनव प्रिंटिग प्रेस के अभिषेक का भी यही दर्द है। वह कहते हैं कि असर तो पड़ रहा है, लेकिन अब क्या किया जा सकता है। एलाइड प्रिटिग प्रेस के प्रियांक का कहना है कि वर्चुअल प्रचार के कारण कारोबार प्रभावित हो रहा है।