बुजुर्गों के पास बिताएंगे वक्त, सीखेंगे ²ष्टिकोण
स्कूल में मिले गृहकार्य से दिनचर्या पर चर्चा करेंगे विद्यार्थी परिषदीय स्कूलों के छात्रों को शिष्टाचार सिखाएंगे गुरुजन
गोंडा : बड़ों के पास बैठने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। लेकिन, आजकल बच्चे मोबाइल, टीवी व अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं में उलझकर रहे जाते हैं और बुजुर्गों के साथ नहीं बैठते हैं। अब उनको बुजुर्गों के पास बैठकर उनका ²ष्टिकोण सीखने को प्रोत्साहित किया जाएगा। गुरुजन बच्चों को बुजुर्गों के प्रति उनके कर्तव्यों की जानकारी देंगे। इस सत्र में स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों को इसका बोध कराया जाएगा तथा इसके फायदे बताए जाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को हमारा परिवार व लिगभेद विषय पर जागरूक करने की योजना बनाई है। जिसमें छात्रों को परिवारजनों के साथ बातचीत करने, दिनचर्या पर चर्चा करने, सरल व शांत तरीके से बातों को प्रस्तुत करने के ढंग बताए जाएंगे। उनका ²ष्टिकोण समझने व अपनी बातों को उनके समक्ष रखने की विधा बताई जाएगी।
छात्रों को इन कर्तव्यों का कराया जाएगा बोध
- बड़ों को आदर सम्मान देना।
- उनकी आज्ञा का पालन करना।
- पढ़ाई के साथ परिवार के नियमों व मूल्यों को मानना।
- भाई-बहनों का मिलकर रहना तथा आपस में विचारों व ज्ञान का आदान-प्रदान करना।
- परिवार के असाक्षर सदस्यों को साक्षर करना।
- बड़ों की सेवा करना व विचारों को बेवजह न थोपना
- छात्रों को पाठ्यक्रम के साथ ही सदाचार का भी ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए उन्हें जागरूक करने की योजना बनाई गई है। जिसमें उनको परिवार, समाज, घर के बुजुर्गों, माता-पिता व भाई-बहनों के साथ किस तरह से व्यवहार करना है। इसकी जानकारी दी जाएगी।
- डॉ. इंद्रजीत प्रजापति, बीएसए