अब गोदाम नहीं सीधे कोटे की दुकान पर पहुंचेगा अनाज
प्रथम चरण में प्रदेश के सभी जिलों के एक-एक ब्लॉक में लागू होगी व्यवस्था
गोंडा :सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत आवंटित होने वाला खाद्यान्न अब ब्लॉक गोदामों के बजाए सीधे कोटे की दुकान पर पहुंचाया जाएगा। इस योजना के तहत प्रथम चरण में प्रदेश के सभी जिलों के एक-एक ब्लॉक को चिह्नित किया गया है। इसके तहत जिले के झंझरी ब्लॉक की 98 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर सीधे अनाज पहुंचाने की व्यवस्था लागू होगी। यह व्यवस्था पांच अक्टूबर से लागू की जाएगी।
गरीबों के लिए आवंटित होने वाले खाद्यान्न की कालाबाजारी में रोकथाम करने के लिए शासन ने नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) से खाद्यान्न का उठान कर सीधे उचित दर विक्रेताओं तक डोर स्टेप डिलीवरी कराने के लिए सिगल स्टेज परिवहन व्यवस्था लागू की जाएगी। इस व्यवस्था के तहत संबंधित कोटे की दुकान को आवंटित मात्रा का खाद्यान्न (गेहूं व चावल) दो बार में अलग-अलग उपलब्ध कराया जाएगा। भारतीय खाद्य निगम के गोदाम से संबंधित क्षेत्र के उचित दर विक्रेताओं की सूची तैयार की जाएगी। रोडमैप तैयार होगा। एक क्षेत्र में पड़ने वाली दुकानों का खाद्यान्न विपणन विभाग द्वारा पहुंचाया जाएगा। खास बात ये रहेगी कि गेहूं व चावल अलग-अलग वाहनों से पहुंचाया जाएगा।
अभी है ये व्यवस्था-मौजूदा समय सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत आवंटित होने वाला खाद्यान्न माह की एक से 15 तारीख के बीच भारतीय खाद्य निगम के गोदाम से संबंधित ब्लॉक गोदामों में खाद्यान्न पहुंचाया जाता है। त्रिस्तरीय सत्यापन के बाद ये खाद्यान्न ब्लॉक गोदाम से माह की 23 तारीख से कोटेदारों को दिया जाता है। खाद्यान्न उठान की जिम्मेदारी विपणन विभाग के पास है। हर माह औसतन 1.35 लाख क्विटल गेहूं व चावल का उठान होता है।
पांच अक्टूबर से लागू होगी नई व्यवस्था:-जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी लाल बहादुर गुप्त ने बताया कि डोर स्टेप डिलीवरी सिगल स्टेज व्यवस्था के तहत प्रथम चरण में जिले का झंझरी ब्लॉक चयनित किया गया है। पांच अक्टूबर से एफसीआइ से अनाज सीधे उचित दर विक्रेताओं के यहां पहुंचाया जाएगा।