सघन टीबी रोगी खोज अभियान शुरू, टीमों ने ली जानकारी
देना इस बीमारी को रोकने में काफी हद तक मददगार है 7 विश्व के सबसे ज्यादा टीबी-रोगी हमारे देश में ही हैं 7 टीबी के
गोंडा: जिले के लोगों को क्षय रोग से निजात दिलाने के लिए शुक्रवार से सघन टीबी रोगी खोज अभियान शुरू हुआ। पहले दिन स्वास्थ्य टीमों ने गांव-गांव पहुंचकर लोगों को बीमारी के बारे में जानकारी दी। बीमारी के लक्षणों से वाकिफ कराया। साथ ही संदिग्ध मरीजों के बलगम के नमूने लिए।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मालिक आलमगीर ने बताया कि टीबी रोगी खोज अभियान का मुख्य उद्देश्य 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाना है। इस वर्ष जनवरी तथा जून में यह अभियान चलाया गया था। अब तीसरे चरण में यह अभियान शुरू किया गया है। दस दिनों तक चलने वाले इस अभियान के लिए कुल 150 टीमें लगाई गई हैं। हर टीम में तीन-तीन कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में घर-घर भ्रमण कर यह टीमें टीबी रोगियों का पता लगाएंगी। कर्नलगंज में अधीक्षक डॉ. सुरेश चंद्रा ने जागरूकता रैली निकाली। कार्यक्रम समन्वयक विवेक सरन ने बताया कि निगरानी के लिए अधीक्षकों को लगाया गया है। क्या है बीमारी
- उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके उपाध्याय ने बताया कि टीबी अर्थात क्षय-रोग एक गंभीर बीमारी है। यह एक संक्रामक-रोग है, जो एक मरीज के खांसने व थूकने से दूसरे लोगों में फैलता है। टीबी रोगियों की जल्द पहचान करके उनका इलाज शुरू करके ही इसको रोका जा सकता है।