बच्चों को सेहतमंद बनाएं, समाज होगा स्वस्थ
गोंडा: शनिवार का दिन खास था। जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ रही थी, वैसे ही बच्चों की सेहत
गोंडा: शनिवार का दिन खास था। जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ रही थी, वैसे ही बच्चों की सेहत को लेकर फिक्रमंद माताएं मन में कई सारे सवालों को लेकर उधेड़बुन में फंसी हुई थीं। हारीपुर स्थित एससीपीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में आयोजित दैनिक जागरण के तत्वावधान में पैंपर्स कंपनी के सहयोग से आयोजित शिशु स्वास्थ्य शाला में माताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हर किसी के मन में बच्चों को कैसे सेहतमंद बनाया जाए, उनकी सेहत के लिए कौन-कौन से आवश्यक तत्व हैं, किन-किन खाद्य पदार्थों का सेवन बच्चों को करना चाहिए. जैसे तमाम सवालों से विशेषज्ञों को रूबरू होना पड़ा। विशेषज्ञों ने माताओं के हर सवाल का बखूबी से जवाब दिया। तीन घंटे तक चली शिशु स्वास्थ्य शाला में अफसरों से लेकर चिकित्सकों ने महिलाओं को काफी कुछ सिखाया। उन्हें बच्चों की बेहतरी के टिप्स भी दिए। बाद में लकी ड्रा के माध्यम से माताओं को पुरस्कार दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि बच्चों का सेहतमंद होना जरूरी है। कारण इनसे समाज स्वस्थ होगा। पेश है एक रिपोर्ट:
बच्चों की सेहत को लेकर रहें सजग
- शुभारंभ करते हुए देवीपाटन मंडल के आयुक्त सुधेश कुमार ओझा ने कहा कि बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए विशेषकर महिलाओं को सजग होना होगा। उन्हें यह देखना चाहिए कि बच्चे का वजन क्या है, सही तरीके से उसका विकास हो रहा है या नहीं, सेहत संबंधी उसे कोई दिक्कत तो नहीं है। इन सब बातों पर नजर रखकर हम बच्चों को सेहतमंद बना सकते हैं। इसके लिए आवश्यक है कि बच्चों के खानपान व पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बच्चों को कुपोषण से निजात दिलाएं
- पुलिस उप महानिरीक्षक एके राय ने कहा कि आज बच्चों में सबसे बड़ी दिक्कत कुपोषण की है। कुपोषण को लेकर सरकार गंभीर है। कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उनकी निगरानी की जा रही है। हर गांव में पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से माताओं को जागरूक किया जा रहा है। कुपोषण के खात्मे को लेकर चलाई जा रहीं योजनाओं की जानकारी हर किसी को दी जाय, जिससे बच्चों को कुपोषण से निजात मिल सके।