परिषदीय स्कूलों में शिक्षण का आधार बनेंगी फिल्में
गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक उन्नयन को गति देने के लिए फिल्म के
गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक उन्नयन को गति देने के लिए फिल्म के प्रदर्शन की रणनीति बनाई है। इसके लिए 500 से अधिक शार्ट फिल्मों को भारत सरकार व परिषद की वेबसाइट पर अपलोड की गई है। जिसे डाउनलोड करके शिक्षक शिक्षण सामग्री के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने शिक्षण कार्य में इनका प्रयोग कराने के लिए बीएसए को जिम्मेदारी सौंपी है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे नौनिहालों का शैक्षिक सतर बहुत ही न्यून है। जिले की बात करें तो प्रथम संस्था के सर्वे के मुताबिक यहां 50 फीसद छात्रों को उम्र व क्लास के हिसाब से विषयों की जानकारी नहीं है। ऐसे में शिक्षकों को पढ़ाने की विधि बताने के लिए संस्था को मार्ग दर्शन देने की जिम्मेदारी दी गई है। बहरहाल शिक्षा को रोचक बनाने के लिए परिषद ने भी कवायद शुरू की है। परिषद ने भारत सरकार की वेबसाइड एनआरओईआर डॉट जीओवी डॉट इन पर अपलोड फिल्मों को दिखाने का निर्देश दिया है। इस पर करीब 500 शैक्षिक वीडियो क्लिप है। इसके अलावा यू ट्यूब पर साइट लखनऊ ऑफिसियल पर भी 200 फिल्में हैं। जिन्हें पाठ्यक्रम व विषयवस्तु पर केंद्रित करके बनाया गया है। इसमें कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को समझाने के तरीके हैं। अनुसंधान परिषद ने फिल्मों को प्रदर्शन कराने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों का मानना है कि इससे अध्यापकों को पढ़ाने में मदद मिलेगी तो चलचित्र पर देखने से बच्चे भी अधिक प्रभावित होंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि वेबसाइड पर फिल्में हैं। अध्यापकों को इनकी मदद से पढ़ाने का निर्देश दिया गया है।