नहाय-खाय संग आज से शुरू होगा छठ पूजन
गोंडा: रविवार से चार दिवसीय छठ पूजा का पर्व शुरू हो रहा है। यह त्योहार चार दिनों तक
गोंडा: रविवार से चार दिवसीय छठ पूजा का पर्व शुरू हो रहा है। यह त्योहार चार दिनों तक मनाया जाता है। छठ पूजा को लेकर विशेष तैयारी की गई है। महिलाओं व पुरुषों ने खैरा भवानी मंदिर के पोखरे में शनिवार को पूजन के लिए अरघा बनाया।
रविवार से छठ पूजा शुरू हो रहा है। पहले दिन नहाय खाय से इसका आगाज होगा। इस दिन महिलाएं व पुरुष नदियों में स्नान करते हैं। चावल, चने की दाल बनाई जाती है। इस दिन विशेष तौर पर कद्दू की सब्जी और पकवान बनाए जाते हैं। दूसरे दिन खरना होता है, जिसमें महिलाएं व पुरुष उपवास रखते हैं। इस दिन शाम के समय प्रसाद बनाया जाता है। जिसमें चावल, दूध के पकवान के साथ ही फल व सब्जियों से पूजा की जाती है। छठ के तीसरे दिन शाम को महिलाएं निर्जल व्रत रखकर ढलते हुए सूर्य का अर्घ्य देती है। इसके बाद 14 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।
बनाया अरघा
- शनिवार को खैरा भवानी मंदिर के पोखरे में महिलाओं व पुरुषों ने पूजन के लिए अरघा बनाया। साथ ही उस पर अपना नाम लिख दिया। यहीं से महिलाएं पूजन करेंगी। हालांकि पोखरे में गंदगी के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सभासद शेष चौरसिया ने पोखरे की साफ सफाई के लिए अधिकारियों को पत्र लिखा है।
होगा आयोजन
- मंगलवार को खैरा भवानीमंदिर परिसर में छठ पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया है। मंदिर के मुख्य संरक्षक महंथ कैलाश नरायन गिरि ने बताया कि इसमें देवी गीत प्रस्तुत किए जाएंगे। आयोजक धर्मेंद्र मोहन ने बताया कि कार्यक्रम में नई दिल्ली के आकाश दीपा महाकाल जागरण ग्रुप द्वारा नृत्य नाटिका व बिहार की वैष्णवी ¨सह, बनारस के अनूप दिलोर, दिल्ली के मास्टर गगनदीप ¨सह कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
महिलाओं के बोल
- डॉ रजनी मिश्रा का कहना है कि यह पर्व बेटों की सलामती के लिए रखा जाता है। श्वेता यादव का कहना है कि छठ माता का पूजन सच्चे मन से किया जाय तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। रंजना ¨सह का कहना है कि छठ माता की पूजा का विशेष महत्व है। शालिनी ¨सह का कहना है कि इस पूजन में सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है।