राजकीय इंटर कॉलेजों को नहीं बनाया गया बोर्ड परीक्षा केंद्र
गोंडा : यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 के लिए केंद्र निर्धारण में जमकर मनमानी हुई है। अपने ही बन
गोंडा : यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 के लिए केंद्र निर्धारण में जमकर मनमानी हुई है। अपने ही बनाए नियमों पर बोर्ड नहीं चल सका है। आलम यह है कि जिले में एक भी राजकीय इंटर कॉलेज को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। जबकि इससे इतर कई दागी कॉलेज केंद्र बनाए गए हैं। बोर्ड की केंद्र निर्धारण को लेकर पारदर्शी व्यवस्था अपनाने के दावे पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, अफसर जिला समिति की बैठक में इनका अनुमोदन कराकर संस्तुति भेजने की बात कह रहे हैं।
फरवरी में बोर्ड परीक्षा है। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 82 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित होंगे। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए बोर्ड ने 117 कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने की सूची जारी की है लेकिन, इसमें काफी गोलमाल है। शहर के फखरुद्दीन अली अहमद राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज व राजकीय इंटर कॉलेज मसकनवा को केंद्र नहीं बनाया गया है। जबकि पहले जीआइसी, उसके बाद अशासकीय सहायता प्राप्त व बाकी बचे छात्रों को वित्त विहीन स्कूलों में परीक्षा देने के लिए भेजना था लेकिन, यहां जीआइसी को परीक्षा केंद्र ही नहीं बनाया जा सका है। तीन ऐसे कॉलेज परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिनकी धारण क्षमता 300 से कम है। यह अफसरों को भी अखर रहा है। पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिन्हें धारण क्षमता से अधिक छात्र आवंटित कर दिए गए हैं। प्रबंधक व प्रधानाचार्यों से प्रत्यावेदन लिया गया है। उसी आधार पर संस्तुति करने का दावा किया जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्र निर्धारण में विसंगति है, उसे ठीक करके जिला समिति का अनुमोदन कराया जाएगा। जीआइसी समेत कई अन्य कॉलेजों को केंद्र बनाने की संस्तुति बोर्ड भेजा जाएगा।