मछली मंडी पर छापा, बिना लाइसेंस के हो रहा था कारोबार
गोंडा: शहर में नगर पालिका परिषद व कोतवाली देहात के बीच चल रही मछली मंडी में बाहर से
गोंडा: शहर में नगर पालिका परिषद व कोतवाली देहात के बीच चल रही मछली मंडी में बाहर से मछली मंगाने की शिकायत पर शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की। दोपहर में छापेमारी करने पहुंची टीम यहां का हाल देखकर दंग रह गई। मछली मंडी में हर ओर गंदगी का अंबार था। तेज बदबू थी, नालियां जाम होने के कारण साफ सफाई नहीं थी। हैरत की बात तो यह है कि मछली मंडी में कारोबार कर रहे किसी भी विक्रेता के पास खाद्य विभाग का लाइसेंस नहीं था।
अभिहित अधिकारी विनय सहाय व मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन त्रिपाठी की अगुआई में टीम ने जांच के दौरान मरीं मछलियों को फेंकवा दिया। टीम ने बाद में साजिद अली व बबलू की दुकानों का निरीक्षण किया। यहां पर पाया गया कि आंध्र प्रदेश से मांगुर व बेकरी नामक मछलियां मंगाकर बेची जा रही हैं। यहां पर अन्य कमियां मिलीं, जिस पर नोटिस जारी किया गया है। इससे पहले टीम ने कर्नलगंज व नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती होने वाले मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए छापेमारी की। यहां पर मिली कमियों पर अधीक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही नमूना लिया गया। इसके साथ ही टीम ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय वजीरगंज पहुंचकर जांच किया। यहां से सब्जी व चावल के नमूने जांच के लिए भरे गए हैं। इसके बाद दुल्लापुर प्राथमिक विद्यालय में पहुंचकर टीम ने तहरी का नमूना लिया। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शासन के निर्देश पर हो रही छापेमारी की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
लगी रही भीड़
- नगर पालिका परिषद के ठीक पीछे संचालित मछली मंडी से कुछ ही दूरी पर प्राथमिक स्कूल भी है। ऐसे में यहां से निकलने वाली दुर्गंध से हर कोई परेशान था। शुक्रवार को यहां पर हुई छापेमारी की कार्रवाई के दौरान काफी भीड़ रही।
14 दिन बाद दोबारा जांच करेगी टीम
- मछली मंडी में मिलीं खामियों की जांच करने पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम 14 दिन बाद दोबारा जांच करेगी। टीम का कहना है कि मिली कमियों पर संबंधित को नोटिस जारी किया गया है। ऐसे में 14 दिन बाद देखा जाएगा कि कमियों में स़ुधार हुआ है या नहीं? अगर सुधार नहीं पाया जाता है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।