गोंडा में झोला छाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने से बिगड़ी श्रमिक की तस्वीर, अस्पताल ले जाते समय हुई मौत
गोंडा के वजीरगंज में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से एक राजमिस्त्री की मौत हो गई। मृतक रामचरन की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। रामचरन को बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद वह कोडर चौराहा स्थित एक झोलाछाप डॉक्टर के पास गए थे। इलाज के बाद घर लौटने पर उनकी तबीयत और बिगड़ गई और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

झोला छाप के इंजेक्शन लगाने से राजगीर की मौत।
संवाद सूत्र, वजीरगंज गोंडा। झोलाछाप के इंजेक्शन लगाने के राजगीर के मौत का मामला सामने आया है। मृतक के स्वजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। पुलिस जांच में जुटी है। मृतक के पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वजीरगंज के हजरतपुर की रहने वाली बिट्टन ने दी गई तहरीर में कहा कि उनके पति रामचरन उर्फ संजय की गुरुवार की देर शाम तबीयत खराब हो गई है।
उन्हें बुखार के साथ शरीर में तेज दर्द की समस्या थी। वह कोडर चौराहा स्थित झोलाछाप से दवा कराने गए। झोलाछाप से उपचार किया और इंजेक्शन लगाया इसके बाद वापस घर आए। घर पहुंचने पर उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। मृतक राजमिस्त्री का काम कर परिवार का भरण पोषण करता था। मृतक के पांच बेटियां रजनी, मोहिनी, कामिनी, खुशी, दिव्या व एक बेटा आशीष है। अभी किसी की शादी नहीं हुई है।
पत्नी समेत अन्य स्वजनों का रो-रो कर हाल बेहाल है। प्रभारी निरीक्षक यशवंत कुमार सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।

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