जिला अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा
गोंडा : सोमवार की शाम नर्सिंग होम से जिला अस्पताल लाए गए मरीज की मौत के बाद हंगामा मच गया। पीड़ित परि
गोंडा : सोमवार की शाम नर्सिंग होम से जिला अस्पताल लाए गए मरीज की मौत के बाद हंगामा मच गया। पीड़ित परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर पैसे की मांग करने व मारने-पीटने का आरोप लगाया है। जबकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों से इन्कार किया है। हंगामे की सूचना पाकर जिला अस्पताल में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए हैं। अस्पताल में एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
वजीरगंज के खिरिया गांव की 60 वर्षीय लालमुन्नी देवी की तबीयत खराब थी। इस पर उनके परिजनों ने उन्हें शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया था, जहां पर उनकी हालत शाम को बिगड़ गई। इस कारण डॉक्टरों ने उनको लखनऊ रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व स्टाफ ने उनसे रुपये की मांग की। रुपये देने में असमर्थता जताने पर कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की है। पीड़ित पुत्र वेद प्रकाश ¨सह का आरोप है कि अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने एक हजार रुपये की मांग की। रुपये न देने पर उसकी मां का इलाज नहीं किया। इससे उनकी मौत हो गयी। इस हंगामे के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट पीडी गुप्ता, सीओ सिटी ब्रह्म ¨सह, कोतवाल अशोक कुमार ¨सह अस्पताल पहुंच गए। सीओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। वहीं पर इमरजेंसी में तैनात डॉ. टीपी जायसवाल ने रुपये मांगने व मारपीट के आरोपों को खारिज किया है। सीएमएस डॉ. वीरपाल ¨सह का कहना है कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।