प्रमुख सचिव ने सीएमओ से पूछा, कैसे हुई घटना
गोंडा: प्रभारी सीएमओ की मौत के मामले की जानकारी होने के बाद सुबह करीब दस बजे सूबे के प
गोंडा: प्रभारी सीएमओ की मौत के मामले की जानकारी होने के बाद सुबह करीब दस बजे सूबे के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव को फोन किया। पूछा कि कैसे घटना हुई है? उनके पास क्या चार्ज थे, परिजन क्या कह रहे हैं। कहीं पर कोई दबाव तो नहीं था? करीब पांच मिनट तक प्रमुख सचिव ने एक-एक ¨बदु पर सीएमओ से जानकारी ली।
पहले भी कर चुके थे प्रयास
- वर्ष 2013 में 10 जुलाई को डॉ. हसन ने स्वास्थ्य अफसरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए तेल छिड़ककर आत्महत्या का प्रयास किया था। उनका आरोप था कि बार-बार तबादला करके उन्हें परेशान किया जा रहा है। फिलहाल, उन्हें उस वक्त बचा लिया गया था। यह बात अलग है कि वह कई बार त्यागपत्र की पेशकश कर चुके थे। बावजूद इसके वह अधिकारियों के विश्वासपात्र थे।
कमिश्नर ने ली जानकारी
- देवीपाटन मंडल के आयुक्त सुधेश कुमार ओझा ने इस मामले में सीएमओ से पूरे मामले की जानकारी ली है। साथ ही अन्य जानकारियां मांगी हैं। दवा खरीद का प्रभार उनके पास होने के कारण इस ¨बदु पर विशेष रिपोर्ट मांगी है। डीएम कैप्टन प्रभांशु श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली है। डॉक्टर के आवास पर दिन भर लोगों की भीड़ लगी रही।
कहां गई संवेदना- डॉ. हसन के शव को पुलिस ने साढ़े दस बजे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया लेकिन यहां पर डॉक्टर आने में दो बज गए। दोपहर में एक बजे के करीब आयुक्त सुधेश कुमार ओझा ने जब अफसरों को फटकार लगाई तब जाकर आनन फानन में डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची। यह देख हर कोई दंग था।