हटाए जाएंगे जर्जर भवन में बने मतदेय स्थल
-जिला निर्वाचन अधिकारी ने एसडीएम से मांगी रिपोर्ट -एक बूथ (मतदेय स्थल) पर अधिकतम रह सकते हैं 800 मतदाता
गोंडा : पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन तैयारियों को मुकम्मल करने में जुट गया है। जर्जर भवन में बने मतदेय स्थल ( बूथ) को दूसरे भवन में स्थानांतरित करने की भी कवायद शुरू हो गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने चारों तहसीलों के एसडीएम से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है।
त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचक नामावली का वृहद पुनरीक्षण अभियान एक अक्टूबर से श़ुरू हो रहा है। इसके लिए मतदान केंद्रवार बीएलओ की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं। वर्ष 2015 में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीएलओ की तैनाती 1500 मतदाताओं पर थी, जो इस बार बढ़कर तीन हजार वोटर पर हो गई है। स्कूल में तैनात अध्यापकों को प्राथमिकता के आधार पर बीएलओ की जिम्मेदारी सौंपी जानी है। इसके लिए संबंधित विभागों से उपयुक्त कर्मियों की सूची मंगाई जा रही है। फिलहाल, राज्य निर्वाचन आयोग बीते पंचायत चुनाव के आंकड़ों पर ही कार्यवाही कर रहा है। इस बार सभी पदों के लिए चुनाव एक साथ होना है, ऐसे में मतदान केंद्र व स्थलों को ठीक करने का अभियान चलाया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने कर्नलगंज, तरबगंज, गोंडा सदर व मनकापुर के एसडीएम से जर्जर भवन में बने बूथ को अन्य सरकारी भवन में स्थानांतरित करने, नए बूथ बनाने संबंधी प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इनसेट
एक बूथ पर 800 मतदाता
- एक बूथ (मतदेय स्थल) पर अधिकतम 800 मतदाता रह सकते हैं। यदि संख्या अधिक हुई तो अलग से बूथ बनाया जाएगा। वहीं, बीएलओ की तैनाती 3000 मतदाता पर होगी। नए बूथ सरकारी स्कूल, पंचायत भवन में ही बनाए जाएंगे।