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जांच के नाम पर आरोपितों के बचाव की जुगत

गोंडा : ¨सचाई विभाग में तैनात सहायक अभियंता को धमकाने के मामले में चार दिन बाद भी एफआइआर

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 10:46 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 10:46 PM (IST)
जांच के नाम पर आरोपितों के बचाव की जुगत
जांच के नाम पर आरोपितों के बचाव की जुगत

गोंडा : ¨सचाई विभाग में तैनात सहायक अभियंता को धमकाने के मामले में चार दिन बाद भी एफआइआर नहीं दर्ज हो सकी है। पुलिस मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट दर्ज करने की बात कह रही है। अब सवाल है कि पुलिस का ये तरीका सिर्फ रसूखदारों के खिलाफ मामले में ही काम करता है या फिर कोई अन्य वजह घटना की है। गत शुक्रवार की सायं ¨सचाई विभाग सरयू नहर खंड चार में तैनात सहायक अभियंता हरिओम ¨सह को एक विधायक के कथित प्रतिनिधि ने जबरिया वाहन में बैठा लिया था। आरोप है कि विधायक के आवास में एई को आधे घंटे बंधक बनाने के साथ ही अभद्रता करते हुए जानमाल की धमकी दी गई। पीड़ित इंजीनियर ने शनिवार की शाम घटना की तहरीर नगर कोतवाली में दी थी, लेकिन अभी तक रिपोर्ट भी नहीं दर्ज हो सकी है। कोतवाली के निरीक्षक मनोज राय का कहना है कि एई की तहरीर मिली है। इसमें मनोज तिवारी के साथ ही सरकारी गार्ड का जिक्र है। ऐसे में मामले में पहले जांच करके ही रिपोर्ट दर्ज होगी।

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मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग

-परसपुर विकास मंच के अरुण कुमार ¨सह, बीडी ¨सह, सुभाष ¨सह, राम मनोहर तिवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर एई को बंधक बनाने के मामले में कार्रवाई की मांग की है।


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