लॉकडाउन में भी कम न हुआ देश सेवा का जुनून
देश सेवा का सपना संजोए युवा लॉकडाउन के दौरान जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। ताकि वह सेना में शामिल होकर देश सेवा कर सकें।
वरुण यादव, गोंडा: विकासखंड परसपुर की ग्राम पंचायत नंदौर के छावनी स्कूल परिसर में शाम के करीब पांच बजे युवाओं की टोली पहुंची। पहले धरती को झुककर प्रणाम किया। फिर रेस लगा दी। कोई दो किलोमीटर तो कोई पांच किलोमीटर की दूरी तय करके रुका। इसके बाद शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अभ्यास करने लगे। इसके बाद योग। ये सिलसिला कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के बाद शुरू हुआ, जो अनवरत जारी है। अकेले इस गांव के 25-30 युवा सेना में जाकर देश सेवा का सपना संजोए हुए हैं। ऐसा इसलिए भी है कि इस गांव के ही तीन युवा बीते पांच वर्षों में सेना में चयनित होकर देश सेवा कर रहे हैं। इनसेट
घर लौैटे शिक्षक कर रहे मार्गदर्शन
गांव के ही सूरज सिंह बस्ती के एक स्कूल में शारीरिक शिक्षा के अध्यापक हैं। वहीं, पिकू सिंह भी लखनऊ के एक कॉलेज में सेवा दे रहे थे। लॉकडाउन के बाद घर लौट ये शिक्षक युवाओं को आर्मी सेवा के लिए न सिर्फ प्रेरित कर रहे हैं, बल्कि उनका मार्गदर्शन भी कर रहे हैं। युवा बोले, देश सेवा है सपना
सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे रोहित का कहना है कि देश की सेवा करने के लिए सेना में शामिल होना मेरा सपना है। जबकि शिवम कहते हैं कि सेना में जाना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। करन भी देश सेवा को ही अपना धर्म मानते हैं।
ये कर रहे मुल्क की हिफाजत
नंदौर गांव के ही उदय मिश्र भी गांव के इन बच्चों के साथ तैयारी करते थे। वर्ष 2018 में इनका चयन आर्मी में हो हुआ था। इसी गांव के अरविद व अनुराग भी देश की हिफाजत कर रहे हैं। इसके अलावा राजापुर के करन, मोहित व शिवमोहन भी शारीरिक व मेडिकल टेस्ट पास कर चुके हैं।