कहां गुम हो गई अस्थाई पुलिस चौकी, अस्पताल को पता नहीं
गोंडा प्रमुख अधीक्षक का बयान- महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की बात तो है लेकिन उनकी ड्यूटी का पता नहीं।
संसू, गोंडा: कोविड संक्रमण के दौरान ही जिला अस्पताल में तत्कालीन डीएम मार्कण्डेय शाही के निर्देश पर अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित की गई थी। रैन बसेरा में पुलिस कर्मियों के लिए प्रबंध किया गया था लेकिन, वक्त बीतने के साथ ही यह फरमान भी हवा हो गया। अस्थाई पुलिस चौकी गुम हो गई। वैसे कहने को दिन में महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की बात कही जा रही है लेकिन, प्रमुख अधीक्षक डा. इंदूबाला साफ कहती है कि महिला पुलिस कर्मी कहां ड्यूटी कर रही है, उन्हें नहीं पता है।
बकौल प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल में सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं है। कई बार इसको लेकर अधिकारियों को पत्र लिखा गया लेकिन, कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हंगामे के वक्त भी पुलिस कर्मियों की कारगुजारी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। एसपी संतोष कुमार मिश्र का कहना है कि रात में प्रमुख अधीक्षक का फोन आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। ----------------
कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन
- मारपीट की घटना के बाद आक्रोशित चिकित्सकों, पैरा मेडिकल कर्मियों समेत अन्य ने बैठक की। इसमें कहा गया है कि गुरुवार तक प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो शुक्रवार से कार्य बहिष्कार किया जाएगा। डा. दीपक कुमार, डा. संजय कुमार, डा. कुलदीप पांडेय, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. सालिकराम त्रिपाठी, सतीश कुमार, सुधाकर पांडेय ने प्रमुख अधीक्षक को मांगपत्र सौंपा।
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पहले भी हो चुका है विवाद
- 12 अप्रैल 2022 को अमरनाथ यात्रा के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनवाने आए लोगों ने जिला अस्पताल में ईसीजी जांच को लेकर हंगामा किया। छह मार्च को सफाई कर्मचारी को धमकाने का मामला आया। इससे पहले कोविड हास्पिटल में भी कर्मचारी की पिटाई हो चुकी है। 29 अगस्त 2021 को इमरजेंसी में लापरवाही को लेकर हंगामा किया। 18 अगस्त को कर्मी की पिटाई की जा चुकी है।