Gonda: लखनऊ में भर्ती शिक्षक की मौत, गोंडा में डेंगू से मरने वालों की संख्या हुई पांच-सात नए केस मिले
गोंडा में डेंगू से परसपुर में दो व्यापारियों समेत चार लोगों की मौत हो चुकी है। उधर जिला अस्पताल के प्रयोगशाला में तीन व अलग-अलग स्थानों से चार डेंगू पाजिटिव मिले हैं। इससे डेंगू मरीजों की संख्या 157 हो गई हैं।
गोंडा, जागरण संवाददाता। गुरुवार को जिले में डेंगू से पांचवी मौत हो गई। इटियाथोक के गोसेंद्रपुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक विवेक सोनकर की पिछले हफ्ते तबियत खराब हुई थी। बरेली निवासी 2015 बैच के शिक्षक विवेक ने लखनऊ में जांच कराई तो डेंगू पाजिटिव आ गए। वही के चरक हास्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। गुरुवार की सुबह उनकी मौत हो गई।
इससे पहले डेंगू से परसपुर में दो व्यापारियों समेत चार लोगों की मौत हो चुकी है। उधर जिला अस्पताल के प्रयोगशाला में तीन व अलग-अलग स्थानों से चार डेंगू पाजिटिव मिले हैं। इससे डेंगू मरीजों की संख्या 157 हो गई हैं। चार नए कोविड केस मिलने के बाद 12 एक्टिव केस हैं। मलेरिया व एक्यूट इंसेफ्लाइटिस (एईएस)का भी खतरा बना है। अब तक मलेरिया के 13 व एईएस के 27 मरीज मिल चुके हैं लेकिन,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार के इंतजाम कागजों में ही है। इसका फायदा झोलाछाप उठा रहे हैं।
मनकापुर में डेंगू वार्ड में नहीं लगी थी मच्छरदानी:संक्रामक रोगों से निपटने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सा के इंतजाम का दावा किया जा रहा है लेकिन, हकीकत में मरीजों को इलाज की सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। मरीजों की परेशानी को देखते हुए जिला सलाहकार एईएस/जेई आशीष श्रीवास्तव व पाथ संस्था के जिला समन्वयक सोहेब जैदी ने बभनजोत, छपिया व मनकापुर में इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर व डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया।
मनकापुर के डेंगू वार्ड में मच्छरदानी नहीं लगी थी और न ही चिकित्सकों व कर्मियों का ड्यूटी रोस्टर ही बना था। सीएमओ डा.रश्मि वर्मा ने बताया कि सभी अधीक्षकों को हिदायत दी है कि वह मरीजों को जांच व उपचार की बेहतर सुविधा दिलाएं। लापरवाही मिली तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।