जल संरक्षण का मॉडल बना मोतीगंज थाना
गोंडा: एक तरफ जहां थाने की बात जुबां पर आते ही लोगों के मन में तरह-तरह के ख्याल आ जाते हैं लेकिन, बद
गोंडा: एक तरफ जहां थाने की बात जुबां पर आते ही लोगों के मन में तरह-तरह के ख्याल आ जाते हैं लेकिन, बदलते दौर में पर्यावरण व जल संरक्षण को लेकर एक मॉडल के रूप में विकसित मोतीगंज थाना चर्चा का विषय बना हुआ है। थाना परिसर में पड़ी निष्प्रयोज्य भूमि का समतलीकरण कराकर पौधरोपण कराने के साथ एक तालाब की खोदाई कर जल संरक्षण का स्त्रोत बनाया गया है। इसमें मछलियां भी डाली गई हैं।
करीब छह माह पहले तत्कालीन मोतीगंज थानाध्यक्ष पीएन तिवारी ने जन सहयोग से थाना परिसर में निष्प्रयोज्य ऊबड़-खाबड़ पड़ी जमीन को समतल कराया। इसके बाद करीब डेढ़ बीघा भूमि में एक तालाब बनवाया। इसके चारों ओर फूल लगाए गए। करीब एक हजार मछलियों के बच्चे भी डाले गए। थाना परिसर में बने भवनों से निकलने वाले पानी को भी तालाब में जाने की व्यवस्था की गई। अब वह थाना परिसर में बना तालाब जल संचयन का अच्छा स्त्रोत बन गया है। दूसरी तरफ परिसर में लगाए गए पौधे पर्यावरण संरक्षण कर रहे हैं। मौजूदा थानाध्यक्ष गोरख नाथ सरोज का कहना कि थाने को पर्यावरण व जल संरक्षण के मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। थाना भवन का रंग रोगन भी कराया गया है।
.... अन्य थानों में होगी व्यवस्था
पुलिस अधीक्षक आरपी ¨सह का कहना है कि यदि अन्य थाना परिसर में निष्प्रयोज्य भूमि है तो वहां भी सुंदरीकरण की कार्यवाही के साथ जल संरक्षण के लिए तालाबों की भी खोदाई भी कराई जाएगी।