मनरेगा बनेगी भगीरथ, 258 किलोमीटर नदी का होगा उद्धार
गोंडा : जीवनदायिनी कही जाने वाली नदियों को पुनर्जीवन देने की कवायद शुरू होगी। मनरेगा योजना
गोंडा : जीवनदायिनी कही जाने वाली नदियों को पुनर्जीवन देने की कवायद शुरू होगी। मनरेगा योजना नदियों का उद्धार करेगी। पहले चरण में जिला प्रशासन ने सरयू, बिसुही, मनवर व टेढ़ी नदी का चयन किया है। जिले में इन नदियों की लंबाई 510 किलोमीटर है। 258 किलोमीटर नदी का सर्वे करने के बाद सरयू ड्रेनेज खंड ने प्राक्कलन तैयार कर लिया है। सबसे पहले टेढ़ी नदी में कार्य शुरू कराया जाएगा। नदियों में सिल्ट सफाई होने से जहां जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, वहीं गांव में ही बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा।
किसकी कितनी लंबाई
नदी लंबाई सर्वेक्षण
टेढ़ी 230 203
सरयू 50 35
विसुही 150 20
मनवर 80 00
नोट : लंबाई किलोमीटर में है।
कोट
मनरेगा से नदियों में सिल्ट सफाई के लिए ¨सचाई विभाग से सर्वे कराया जा रहा है। इसके बाद प्राक्कलन तैयार कराया गया है। इस कार्य से जल संरक्षण के साथ ही ग्रामीणों को रोजगार मिल सकेगा।
-अशोक कुमार, सीडीओ गोंडा