3621 स्कूलों में नहीं बनी परिवहन सुरक्षा समिति
गोंडा परिवहन विभाग के अफसर सड़क पर चेकिग के दौरान जुर्माने के निर्धारित नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से विभाग को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। जांच में सामने आया है कि यहां 1
गोंडा : छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए सरकार भले ही गंभीर हो लेकिन, यहां कुछ खास कवायद नहीं हो रही है। परिवहन व शिक्षा विभाग के अधिकारी मिलकर भी व्यवस्था को पटरी पर नहीं ला पा रहे हैं। आलम यह है कि 3621 स्कूलों में विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति का गठन नहीं कराया जा सका है। अब तक 30 विद्यालयों ने ही समिति बनाने की सूचना दी है।
सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाने थे। परिवहन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो बेसिक शिक्षा विभाग 3167 व माध्यमिक शिक्षा विभाग 484 स्कूलों का संचालन करा रहा है। सभी में कमेटी का गठन किया जाना है। इसके लिए बीएसए को जिला विद्यालय निरीक्षक को जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन, बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से अब तक एक भी विद्यालय में कमेटी बनाए जाने की सूचना नहीं दी गई है। डीआइओएस ने 30 स्कूलों की सूचना दी है। अन्य ने कवायद नहीं शुरू की है। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बार-बार निर्देश देने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से दुर्घटना पर अंकुश नहीं लग रहा है। छात्र अनजाने में मनमानी तरीके से सड़क पर फर्राटा भर रहे हैं। उनको नियमों का बारीकी से अध्ययन नहीं कराया जा रहा है। विद्यालयों में कमेटी का गठन होना था। अब तक महज 30 समिति के गठन की ही सूची मिली है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।
राजेश श्रीवास्तव, आरटीओ प्रवर्तन, देवीपाटन मंडल