पांच माह से आठ हजार रसोइयों को नहीं मिला मानदेय
रेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एडीएम को पत्र देकर तत्काल मानदेय दिलाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष रवि प्रकाश ¨सह ने कहा कि रसोइया भोजन बनाने से मना कर रही हैं। अमर यादव, हेमंत तिवारी व कृष्ण गोपाल दूरबार ने योजना संचालन में असमर्थता व्यक्त की है। जिला समन्वयक एमडीएम गणेश कुमार गुप्त ने बताया कि बजट की डिमांड की गई है। धनराशि मिलते ही भुगतान कर दिया जाएगा।
गोंडा : मध्यान्ह भोजन पकाने वाले रसोइयों को पांच महीने से मानदेय नहीं दिया गया है। इनको परिवार चलाने में परेशानी हो रही है। वह मानदेय के लिए स्कूल से बीआरसी व बीएसए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। वहीं, अधिकारी बजट न होने की बात कहकर वापस कर दे देते हैं।
जिले में 3211 स्कूलों में आठ हजार रसोइया काम रहे हैं। उन पर छात्रों के लिए मिड डे मील बनाने की जिम्मेदारी है। इसके लिए हर महीने एक हजार रुपये की दर से भुगतान किया जाता है लेकिन, इनको इस सत्र में गत वर्ष अगस्त से एक रुपये नहीं दिए गए हैं। अनुसूचित व अनुसूचित जनजाति के रसोइयों को सितंबर तक मानदेय दिया गया है लेकिन, उसके बाद से इनके भी हाथ खाली हैं। अफसर एमडीएम न बंद होने की बात कह रहे हैं लेकिन, मानदेय को लेकर मौन हैं। इससे प्रधानाध्यापकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एडीएम को पत्र देकर तत्काल मानदेय दिलाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष रवि प्रकाश ¨सह ने कहा कि रसोइया भोजन बनाने से मना कर रही हैं। अमर यादव, हेमंत तिवारी व कृष्ण गोपाल दूरबार ने योजना संचालन में असमर्थता व्यक्त की है। जिला समन्वयक एमडीएम गणेश कुमार गुप्त ने बताया कि बजट की डिमांड की गई है। धनराशि मिलते ही भुगतान कर दिया जाएगा।