खोजे गए कुष्ठ रोगियों के इलाज की होगी निगरानी
गोंडा: कुष्ठ की बीमारी को समाप्त करने के लिए चलाए गए मरीज खोज अभियान में जिले में 15 दिनों
गोंडा: कुष्ठ की बीमारी को समाप्त करने के लिए चलाए गए मरीज खोज अभियान में जिले में 15 दिनों के भीतर 173 मरीज निकलकर सामने आए हैं। विभाग अब इन मरीजों के इलाज का प्रबंध करने के साथ ही इनके सेहत की मॉनीट¨रग करने में लगा हुआ है। जिससे कोई भी मरीज छूटने ना पाए।
जुलाई माह में स्वास्थ्य विभाग ने पोलियो अभियान की तर्ज पर घर-घर दस्तक अभियान चलाया था, जिसमें मरीजों की खोज के लिए टीमें लगायी गयी थीं। विभाग का यह मानना था कि अभी भी लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं लेकिन, वह इलाज नहीं करा रहे हैं। इससे बीमारी को खत्म करने में समस्या आ रही है। ऐसे में चलाए गए अभियान के दौरान 3355 लोग संदिग्ध मिले। जब इनकी जांच की गयी तो 173 मरीज निकलकर सामने आए हैं। जिसके आधार पर इनके इलाज की कवायद शुरू कर दी गयी है। जिला कुष्ठ रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. गयासुल हसन का कहना है कि इन मरीजों के इलाज की मॉनीट¨रग की जा रही है। आशाओं के माध्यम से प्रत्येक माह इनके बारे में रिपोर्ट एकत्र की जाएगी। जिससे जल्द से जल्द उन्हें बीमारी से मुक्ति दिलायी जा सके।
कुष्ठ रोग के लक्षण
- शरीर पर हल्के लाल एवं पीले रंग का दाग व धब्बा, जो सुन्न हो।
- हाथ पैर की नसों का मोटा होना तथा झनझनाहट।
- हाथ पैर की उंगलियों का टेढ़ा होना।
रखें ध्यान
- यह रोग कीटाणु से फैलता है, जो पूरी तरह से ठीक होने वाला रोग है।
- हर सफेद दाग कुष्ठ रोग नहीं होता है।
- यह रोग आनुवांशिक नहीं होता है, न ही छूने से फैलता है।
- रोग की पहचान के बाद तुरंत इलाज कराने से दिव्यांगता नहीं होती।
- कुष्ठ रोग 6 से 12 माह की दवा से पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यह दवा सरकारी अस्पतालों में फ्री में मिलती है।