लीड : मनरेगा में करो काम, अब कार्यस्थल पर मजदूरी का होगा भुगतान
संसू, गोंडा : मनरेगा श्रमिकों को अब कार्य करने के बाद मजदूरी निकालने के लिए बैक जाने की जरूरत नहीं है। अब उन्हें कार्यस्थल पर ही मजदूरी का भुगतान मिल सकेगा। बैंकिंग कारेस्पोंडेंट (बीसी) सखी आधार कार्ड जरिए भुगतान करेंगी। एक दिन में 12.61 लाख रुपये मजदूरी का भुगतान किया गया है। सबसे ज्यादा श्रमिकों को कार्यस्थल पर मजदूरी भुगतान करने में गोंडा प्रदेश के शीर्ष चार जिलों में शामिल है। ग्राम्य विकास विभाग ने ट्वीट कर जानकारी दी है।
गांवों को लोगों को आसानी से बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत बीसी सखी का चयन किया गया है। 1214 के सापेक्ष 903 ग्राम पंचायतों में बीसी सखी मनरेगा श्रमिकों को कार्यस्थल पर भुगतान कर रही हैं। 22 अगस्त से मजदूरी भुगतान का कार्य शुरू कराया गया। एक ही दिन में बाराबंकी, अयोध्या, पीलीभीत व गोंडा में सबसे ज्यादा भुगतान किया गया। ग्राम्य विकास विभाग ने इंटरनेट मीडिया पर जानकारी साझा की है।
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किस जिले में कितना हुआ भुगतान
जिला-बीसी सखी-धनराशि
बाराबंकी-2357-36.88
अयोध्या-2422-32.39
पीलीभीत-2128-17.03
गोंडा-903-12.61
कितना भुगतान करने पर कितना मिलेगा कमीशन
- 100-499 रुपया भुगतान करने पर 1.25 रुपये, 500-999 पर 1.80 रुपये, 1000-1499 पर चार रुपये, 2000-2499 पर छह रुपये, 2500-2999 पर 6.75 रुपये, 3000-4999 पर नौ रुपये, 5000-7999 पर आठ रुपये, 8000-10,000 रुपये के भुगतान पर दस रुपये कमीशन मिलेगा।
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मजदूरी भुगतान से बढ़ेगी कमाई : इटियाथोक नरौरा भर्रापुर की बीसी सखी पूजा मौर्या ने कहा कि मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान से जहां कमाई बढ़ी है, वहीं श्रमिकों को पैसे के लिए बैंक में लाइन नहीं लगाना पड़ेगा। वजीरगंज के परसापुर महड़ौर की सबीना खातून ने कहा कि श्रमिकों को काफी राहत मिली है।
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मनरेगा के तहत कार्यस्थल पर मजदूरी का भुगतान बीसी सखी के माध्यम से कराया जा रहा है। सबसे ज्यादा भुगतान करने वाले प्रदेश के शीर्ष चार जिलों में गोंडा भी शामिल है। इससे श्रमिकों को समय से भुगतान मिलेगा और बीसी सखी की आय बढ़ेगी।
- गौरव कुमार, सीडीओ गोंडा