अब डीटीओ संभालेंगे डिप्टी सीएमओ का प्रभार
गोंडा: बीते सोमवार को जिले के डिप्टी सीएमओ डॉ. सैय्यद गयासुल हसन ने फांसी लगाकर आत्महत्य
गोंडा: बीते सोमवार को जिले के डिप्टी सीएमओ डॉ. सैय्यद गयासुल हसन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि अभी तक उनके आत्महत्या की वजह साफ नहीं हो सकी है। यह बात अलग है कि उनकी पत्नी हिना हसन पहले दिन ही काम के दबाव का आरोप लगा चुकी है लेकिन वह दबाव किस तरह का था, इस बारे में अभी तक रहस्य बरकरार है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो डिप्टी सीएमओ के पास संक्रामक रोग से लेकर कुष्ठ रोग अधिकारी व अन्य का प्रभार था। दवा स्टोर के स्टोर प्रभारी की जिम्मेदारी होने के नाते उनका पद महत्वपूर्ण था। ऐसे में पुलिस उन सभी कड़ियों को मिला रही है, जो किसी भी दशा से उनकी आत्महत्या की वजह बन सकते थे। एसपी लल्लन ¨सह कहते हैं कि पुलिस की टीमें लगी हैं। काफी कुछ चीजें साफ हो गई हैं लेकिन मामला उच्चाधिकारी से होने के कारण हरेक ¨बदु की पड़ताल की जा रही है। इन सबके बीच शनिवार को डॉ. हसन के परिजनों ने सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव से मुलाकात कर विभागीय प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली है। सीएमओ ने डिप्टी सीएमओ डॉ. सैय्यद गयासुल हसन के सारे प्रभार जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. मलिक आलमगीर को सौंप दिए हैं।