टूटने की कगार पर गोंडा का एल्गिन चरसड़ी तटबंध, खतरे में 60 गांव
गोंडा के करीब 60 गांवों की एक लाख से अधिक आबादी प्रभावित हो गई है। एक अफसर की मानें तो सुबह भी नदी में करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी बैराजों से छोड़ा गया है।
गोंडा (जेएनएन)। घाघरा नदी की तेज कटान के कारण एल्गिन चरसड़ी तटबंध के देर रात करीब दो बजे कटने के बाद अब सभी की निगाहें रिंग तटबंध पर हैं। इसमें भी तेजी से कटान हो रहा है।
सिंचाई विभाग के अनुसार यदि यही हाल रहा तो इसे भी बचाना मुश्किल हो जाएगा। ऐसी स्थिति में गांवों में पानी घुसने की आशंका और प्रबल हो गई है।
उत्तर प्रदेश की नदियां फिर उफनाई, बाराबंकी में तटबंध कटा
इससे गोंडा के करीब 60 गांवों की एक लाख से अधिक आबादी प्रभावित हो गई है। एक अफसर की मानें तो सुबह भी नदी में करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी बैराजों से छोड़ा गया है। ऐसी स्थिति में मुश्किलें बढऩा तय मानी जा रहीं हैं। कमिश्नर सुधीर कुमार दीक्षित, डीएम आशुतोष निरंजन समेत तमाम अफसर तटबंध पर कैंप किए हुए हैं।
एलिग्न तटबंध टूटने की कगार पर, 50 से अधिक गांवों पर खतरा
मंडल के चारों जिलों से मजिस्ट्रेटों को भी यहां बुलाया गया है। डीएम ने बताया कि गांवों में हाईएलर्ट जारी कर दिया गया है। सुबह भी लोगों को गांव छोडऩे के लिए मुनादी करवा दी गई है। पीएसी के साथ ही एनडीआरएफ की टीमें भी बुला ली गईं हैं।