सहेज लो हर बूंद: कल को बचाने के लिए सहेजा जाएगा जल
- शहर के तालाबों को संवारने की तैयारी बारिश के जल को एकत्र करने की भी योजना संसू ग
- शहर के तालाबों को संवारने की तैयारी, बारिश के जल को एकत्र करने की भी योजना
संसू, गोंडा: भूजल का स्तर चिता का विषय है। ऐसे में बारिश की बूंदों को सहेजने की दौड़ शुरू हो गई है। रेलवे व अस्पताल के बाद अब नगर पालिका ने भी इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। पहली कड़ी में जलश्रोतों पर फोकस किया जाएगा। इससे काफी हद तक स्थिति में सुधार हो सकेगा।
नगर में कुल 27 वार्ड है। पांडेय तालाब दुखहरन नाथ मंदिर के समीप है। यह तालाब खुले में है। बैरीकेडिग व अन्य प्रबंध न होने के कारण समस्या हो रही है। यही नहीं, यहां पर आसपास गंदगी भी बिखरी रहती है। यही स्थिति राधाकुंड मुहल्ले में स्थित तालाब का है। सागर तालाब के विकास को लेकर कई बार योजनाएं बनी लेकिन, स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे में अब नगर पालिका ने तालाबों को संवारने की योजना तैयार की है।
जलकल की अवर अभियंता अर्चना का कहना है कि तालाब हमारे जलश्रोत है। ऐसे में बारिश की बूंदों को सहेजने का यह एक बेहतर विकल्प है। इसके लिए योजना पर काम चल रहा है। साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिग का भी प्रबंध किया जा रहा है। नगर पालिका परिषद के ईओ विकास सेन का कहना है कि बारिश की बूंदों को सहेजने के लिए अन्य गतिविधियों पर जोर दिया जा रहा है।
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जल संरक्षण को लेकर चलाएंगे अभियान
- रे आफ सांइस के राजेश मिश्र का कहना है कि जल संरक्षण को लेकर विशेष प्रयास किया जाएगा। इसको लेकर स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम होंगे। बच्चों को बारिश का पानी सहेजने के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही अन्य गतिविधियों पर भी फोकस होगा।