घाघरा लाल निशान पार, कटान ने बढ़ाई चिता
जेसीबी की मदद से तटबंध की मरम्मत कराई जा रही है। मजदूर कटान रोकने के लिए बोरियों में मिट्टी व ईंट भरकर डाल रहे हैं।
गोंडा : घाघरा नदी खतरे के निशान से 35 सेमी. ऊपर बह रही है। नदी जमीन में जबरदस्त कटान करती हुई सोनौली मोहम्मद गांव के सामने स्पर नंबर आठ व नौ के बीच सकरौर तटबंध तक पहुंच गई है। भयभीत ग्रामीण कटान रोकने के लिए बबूल आदि के पेड़ को काटकर डाल रहे हैं। वहीं जेसीबी की मदद से तटबंध की मरम्मत कराई जा रही है। मजदूर कटान रोकने के लिए बोरियों में मिट्टी व ईंट भरकर डाल रहे हैं।
जलस्तर बढ़ जाने से नदी व तटबंध की दूरी खत्म हो गई है। नदी के तटवर्ती क्षेत्र में लगी गन्ना व धान की फसलें बाढ़ की भेंट चढ़ गई हैं। बाढ़ खंड के अवर अभियंता अरविद मिश्र ने बताया कि तटबंध की मरम्मत कराई जा रही है। तटबंध को कोई खतरा नहीं है।
वहीं बेलई नाला के पानी से नगर पंचायत के तालेपुरवा वार्ड का अधिकांश भाग जलमग्न हो गया। पठान पुरवा चंडाल पुरवा में पानी भर गया। पूरे नकई प्राथमिक विद्यालय व मकरन पुरवा गांव जाने वाला मार्ग अवरुद्ध हो गया। अधूरे गंगरौली रजवाहा में पानी छोड़ दिये जाने से परसपुर ग्रामीण का जबदा क्षेत्र जलमग्न हो गया। लोगों की धान व गन्ना की फसलें डूब गई हैं।