सड़क पर चलते छात्र कराते परिवहन नियमों का ज्ञान
गोंडा : अंकल, आपने हेलमेट नहीं पहना है। प्लीज, उसे पहनकर बाइक चलाया करिए। भइया आप गा
गोंडा : अंकल, आपने हेलमेट नहीं पहना है। प्लीज, उसे पहनकर बाइक चलाया करिए। भइया आप गाड़ी बाएं से क्यों ओवरटेक कर रहे हैं? एक्सीडेंट हो सकता है। जी हां, ये कर्नलगंज के चित्रगुप्त इंटर कॉलेज में 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों की जीवनशैली का हिस्सा है। वह सड़क पर मनमानी से वाहन चलाने वाले लोगों को नियमों का ज्ञान कराते रहते हैं। कहीं उनके सामने किसी ने कोई गलती या चूक की तो तपाक से टोक देंगे। खास बात यह है कि वह बहस नहीं करते हैं बल्कि संबंधित व्यक्ति की गलती बताकर आगे बढ़ जाते हैं।
ढाई साल पहले सड़क दुर्घटना में स्कूल के एक छात्र की मौत हो गयी थी। इसके बाद विद्यालय के प्रबंधक विश्वनेश कुमार श्रीवास्तव (बब्बी श्रीवास्तव) ने श्रद्धांजलि देने के लिए शोकसभा आयोजित की। उसी में 12वीं के छात्रों को जागरूकता फैलाने का संकल्प दिलाया गया। तभी से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की मुहिम चल रही है। उनका यह अभियान जारी है। छात्र घर में भी किसी सदस्य को बिना हेलमेट पहने बाहर नहीं जाने देते हैं। नतीजा यह हुआ कि उसके बाद यहां का कोई छात्र सड़क दुर्घटना का शिकार नहीं हुआ।
मेरे एक छात्र की हो गयी थी मौत
- करीब ढाई बरस पहले की बात है। मेरे एक छात्र की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी। पता चला कि वह हेलमेट नहीं पहने हुए था। एक अध्यापक हूं, ऐसे में अपने छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने व मनमानी वाहन चलाने वालों को टोकने को प्रेरित किया। मुझे गर्व है कि मेरे बच्चे इसका बखूबी पालन कर रहे हैं।
- विश्वनेश श्रीवास्तव, प्रबंधक चित्र गुप्त इंटर कॉलेज।
विद्यालय की बेहतरीन पहल
- सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. सर्वेश गौतम कहते हैं कि जागरूकता से ही सड़क दुर्घटना में हो रहीं मौतों को कम किया जा सकता है। छात्रों के जरिए लोगों को जागरूक करने की बेहतरीन पहल है। अन्य स्कूलों को इससे सीखना चाहिए।