कोहरे में सफेद लाइट के उजाले में सफर मतलब 'कहर'
गोंडा : लगातार बढ़ रही गाड़ियों के बीच सड़क सुरक्षा एक बड़ा सवाल बन गया है। सुरक्षित ड्राइ¨वग व समय-समय
गोंडा : लगातार बढ़ रही गाड़ियों के बीच सड़क सुरक्षा एक बड़ा सवाल बन गया है। सुरक्षित ड्राइ¨वग व समय-समय पर वाहनों में जरूरी बदलाव करके दुर्घटना से बचा जा सकता है। अब कोहरे का कहर शुरू हो रहा है। ऐसे में गाड़ियों में फॉग लैंप, रिफ्लेक्टर आदि लगवा लें। जिससे सड़क पर सुरक्षित सफर कर सकें। कोहरे में सफेद लाइट के उजाले में चलना कहर हो सकता है। इसमें बदलाव करें।
जिले में प्रति वर्ष 30 हजार मोटर साइकिल, जीप, ट्रैक्टर-ट्राली सहित अन्य हल्के व भारी वाहनों का पंजीकरण होता है। यहां करीब तीन लाख वाहन सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। ऐसे में समय के साथ वाहनों में बदलाव किए बगैर सुरक्षित यात्रा नहीं हो सकती है। बाजार में कोहरे से बचाव से जुड़े समान आ चुके हैं। फॉग लैंप, बीम लाइट, रेडियम स्टीकर्स, इंडीगेटर, डे-टाइम र¨नग लाइट्स आदि दुकानों में आ चुकी है। इनका मूल्य भी कई तरह से है। 180 से लेकर 1100 रुपये जोड़े मूल्य की फॉग लैंप बाजार में उपलब्ध है। इसके अलावा 180 रुपये की कीमत का हेडलाइट बल्ब (गोल्ड) भी है। जिसे सफेद बल्ब के स्थान पर लगाया जा सकता है। उससे भी बचाव होगा। संभागीय परिवहन कार्यालय के पास रेडियम की बिक्री होती है। यहां 40 रुपये फीट की कीमत के रेडियम लगाए जाते हैं।
रिफ्लेक्टर विक्रेता बब्लू श्रीवास्तव कहते हैं कि कोहरे में यह बहुत ही काम करता है लेकिन, रेडियम कई तरह के आते हैं। लगवाते समय इसका ध्यान रखना जरूरी है। आटो मोबाइल पार्ट विक्रेता शांतम गौड़ कहते हैं कि कोहरे में सफेद लाइट में नहीं चलना चाहिए। सामने कुछ नहीं दिखाई पड़ता है। पीली लाइट लगवाएं। जागरूक वाहन स्वामी बनकर समय से इसे लगवा लें।
- मौसम के हिसाब से वाहनों में बदलाव किया जाना चाहिए। जैसे अभी कोहरा पड़ना शुरू हो रहा है। इसके लिए चाहिए कि फॉग लैंप, रिफ्लेक्टर आदि लगवा लिया जाए। विभागीय अधिकारियों को भी वाहनों को खासकर ट्रालों में रेडियम लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा गाड़ी मालिकों को प्रेरित कर अन्य जरूरी सामान भी लगवाने के निर्देश दिए गए हैं।
- राजेश कुमार श्रीवास्तव, आरटीओ (प्रवर्तन) देवीपाटन मंडल गोंडा।