बाढ़ में हुआ 34.79 करोड़ रुपये का नुकसान
गोंडा : बाढ़ की त्रासदी ने न केवल गरीबों से घर छीना, बल्कि किसानों के खेतों में लगी फस
गोंडा : बाढ़ की त्रासदी ने न केवल गरीबों से घर छीना, बल्कि किसानों के खेतों में लगी फसलें भी बर्बाद हो गईं। सड़क टूटने के साथ ही तटबंध भी क्षतिग्रस्त हो गए। जिले के 68 गांवों में आई बाढ़ की तबाही ने सरकार को 34.79 करोड़ रुपये की चपत लगाई गई है। प्रारंभिक आंकलन के बाद जिला प्रशासन ने शासन को रिपोर्ट भेजी है। सबसे ज्यादा नुकसान सरकारी परिसंपत्तियों को हुआ है।
जिले के कर्नलगंज व तरबगंज तहसील क्षेत्र के गांवों में बाढ़ का पानी हरसाल तबाही मचाता है। सरयू व घाघरा नदी के तट पर बसे गांवों के लोगों को बाढ़ की दुश्वारियों से रुबरु होना पड़ता है। इस साल आई बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई। कर्नलगंज में जहां जनसहयोग से बनाया गया ¨रग बांध टूट गया, वहीं तरबगंज तहसील क्षेत्र में भिखारीपुर-सकरौर तटबंध लापरवाही से टूट गय। दोनों तहसीलों के 68 गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए। धान, मक्का की फसलें सड़ गईं, जबकि गरीबों के मकान भी नष्ट हो गए। किसी का बेटा हादसे का शिकार हुए तो किसी के घर का मुखिया। आठ लोगों को बाढ़ की त्रासदी में अपनी जान गवांनी पड़ी। जिला प्रशासन के कराए गए सर्वे में 34.79 करोड़ रुपये के नुकसान का आंकलन किया गया है। 26.21 करोड़ रुपये की सार्वजनिक परिसंपत्तियों की क्षति हुई है। अपर जिलाधिकारी रत्नाकर मिश्र ने बताया कि नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।
फैक्ट फाइल
प्रभावित गांव-68
प्रभावित जनसंख्या-82667
प्रभावित क्षेत्रफल-17597 हे.
प्रभावित फसल-3730 हे.
आंशिक क्षतिग्रस्त मकान-168
बाढ़ में जनहानि-08
बाढ़ में पशुहानि-04।