नगरपालिका को लगा 50 लाख का झटका, मुश्किलें बढ़ीं
वेतन मद में कटौती से बोनस एरियर व नियमित वेतन भुगतान पर पड़ सकता है असर
गोंडा: पहले से ही बजट कटौती की मार झेल रही नगर पालिका को एक और झटका लगा है। शासन स्तर से कर्मचारियों के वेतन के लिए जारी किए जाने वाले एक करोड़ 70 लाख रुपये के बजट में से 50 लाख की कटौती कर दी गई है। वह भी तब जब कोरोना के संकट में सफाई कर्मियों के माध्यम से विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। अब ऐसे में कर्मचारियों को उनके वेतन का भुगतान कैसे होगा, यह एक बड़ी समस्या है।
नगर पालिका में मौजूदा वित्तीय सत्र में अप्रैल व मई में एक भी बजट नहीं आया। समस्याएं बढ़ने लगीं तब आदेश जारी किया गया कि चौदहवें वित्त आयोग से आने वाली धनराशि का वेतन मद में उपयोग कर लिया जाय। इसके बाद जून में विभाग को एक करोड़ 70 लाख रुपये का बजट मिला। अब एक बार फिर अगस्त में आवंटित किए गए बजट में 50 लाख रुपये की कटौती कर दी गई। इससे पालिका में काम कर रहे कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कैसे किया जाय, एरियर व बोनस की समस्या को कैसे निपटाया जाय, यह बड़ा सवाल है। ऐसे में करीब पांच सौ कर्मचारियों की समस्याएं बढ़ गई हैं। ईओ विकास सेन ने बताया कि बजट में कटौती से वेतन भुगतान में समस्या आएगी।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
- भारतीय सफाई कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार वाल्मीकि ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें बजट कटौती से होने वाली समस्याओं के बारे में अवगत कराते हुए निराकरण की मांग की है।
जिम्मेदार के बोल:- पालिकाध्यक्ष उजमा राशिद ने बताया कि कर्मचारियों के वेतन मद में आवंटित होने वाले बजट में 50 लाख रुपये की कटौती हुई है। इससे वेतन भुगतान में समस्या आएगी। इसको लेकर लिखा-पढ़ी की जा रही है।