अब खेती संग स्वरोजगार का गुर सीखेंगे अन्नदाता
गोंडा किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए केवीके की बड़ी पहल बकरी व गाय पालन के लिए लगेगी प्रशिक्षण यूनिट।
संसू, गोंडा : अब किसान आधुनिक खेती के तौर-तरीकों के साथ ही स्वरोजगार के गुर भी सीख सकेंगे। कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बड़ी पहल की है। गाय व बकरी पालन का प्रशिक्षण देने के साथ ही मशरूम उत्पादन से किसानों को जोड़ा जाएगा। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 3.80 करोड़ रुपये की परियोजना को स्वीकृति मिल गई है।
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किसान रबी, खरीफ व जायद के साथ ही कमाई के लिए नकदी फसल के रूप में गन्ना व तंबाकू की खेती करते हैं। मौसम तो कभी आपदा की मार से किसानों को परेशान होना पड़ता है। मुनाफा तो दूर जमा पूंजी भी डूब जाती है। किसानों को खेती से जुड़े अन्य क्षेत्रों में कामयाब बनाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने पहल शुरू की है। बकरी पालन, देशी गाय पालन, मशरूम उत्पादन व गृह वाटिका की स्थापना के लिए प्रशिक्षण यूनिट लगाई जाएगी।
-1889 में कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम की हुई थी स्थापना
-50 एकड़ कृषि विज्ञान केंद्र का क्षेत्रफल
-30 एकड़ क्षेत्रफल में हो रही खेती
-20 एकड़ क्षेत्रफल व भवन व प्रशिक्षण यूनिट
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आधुनिक कृषि यंत्र से लैस होगा केवीके
- कृषि विज्ञान केंद्र को आधुनिक कृषि यंत्र लैस किया जाएगा। इसके अलावा परिसर में सड़क, गेट का निर्माण होगा। इसके अलावा प्रकाश व्यवस्था के लिए सोलर पावर प्लांट की भी स्थापना कराई जाएगी।
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कृषि विज्ञान केंद्र को आधुनिक संसाधनों से लैस करने के साथ ही प्रशिक्षण के लिए कई नई यूनिट की स्थापना होगी। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 3.80 करोड़ रुपये की परियोजना को स्वीकृति मिल गई है।
- डा. उपेंद्रनाथ सिंह, अध्यक्ष केवीके गोपालग्राम गोंडा