परेशानी या मनमानी, कौन करे निगरानी
कर अन्य उच्चाधिकारियों का आदेश है कि तहसील व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने मुख्यालय पर ही रात्रि निवास करें। मंशा है कि अचानक आवश्यकता पड़ने पर ऐसे अधिकारियों की उपलब्धता सुलभ है लेकिन, यहां कई अधिकारी तहसील मुख्यालय पर रात्रि निवास न
गोंडा : मुख्यमंत्री से लेकर अन्य उच्चाधिकारियों का आदेश है कि तहसील व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने मुख्यालय पर ही रात्रि निवास करें। मंशा है कि अचानक आवश्यकता पड़ने पर ऐसे अधिकारियों की उपलब्धता सुलभ हो लेकिन, यहां कई अधिकारी तहसील मुख्यालय पर रात्रि निवास नहीं करते। यह उनकी परेशानी है या मनमानी, इसकी निगरानी भी नहीं की जा रही।
कर्नलगंज: सोमवार की देर शाम एसडीएम के आवास परिसर में न तो सुरक्षा गार्ड थे और न ही उनका वाहन। आवास पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि साहब मुख्यालय गए हैं। सुबह आठ बजे तहसील परिसर व एसडीएम के आवास पहुंचने पर भी वह मौजूद नहीं थे। सुबह 10.12 बजे गोंडा की तरफ से उनका वाहन आया। एसडीएम रमाकांत वर्मा कहते हैं कि वह बराबर अपने आवास पर रात्रि निवास करते हैं। शाम के समय वह क्षेत्र में थे। सुबह चौरी चौराहे पर जाम लगा था उसी को हटवा रहे थे। उन्होंने कहा कि किससे बताकर क्षेत्र में निकलें?
मनकापुर: सोमवार की देर शाम पड़ताल में एसडीएम जेबी ¨सह, तहसीलदार महेंद्र ¨सह व नयाब तहसीलदार मदन मोहन गुप्त आवास पर मिले। एसडीएम ने बताया कि ऑफिस टाइम के बाद वह सभी रात में रुकते हैं और जो फरियादी आता है उसकी समस्या सुनी जाती है। फिलहाल अभी रात में कोई फरियादी आया नहीं है।
तरबगंज: सोमवार शाम 9.30 बजे तहसीलदार बृजमोहन अपने आवास में थे। सीओ तरबगंज केसी ¨सह भी रात्रि निवास करते हैं। जबकि एसडीएम सौरभ भट्ट का आवास बंद मिला। उन्होंने बताया कि एडीएम के साथ मी¨टग के कारण जिले पर हैं। नायब तहसीलदार इवेंद्र कुमार के पास तहसील में आवास नहीं है। ऐसे में वह प्रतिदिन तहसील आते-जाते हैं।